आकाश मिश्रा
रतनपुर और कोटा क्षेत्र के बंगला भाटा गांव में ईसाई मिशनरी द्वारा आदिवासी समुदाय प्रार्थना घर के नाम पर सरकारी जमीन पर सामुदायिक भवन को ही चर्च बना दिये जाने के मामले पर हिंदूवादी नेता प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने हिंदू संगठनों के साथ जमकर विरोध किया था, जिस कारण उद्घाटन कार्यक्रम रद्द करना पड़ा। जिनका आरोप है कि भोले भाले आदिवासियों को बरगला कर उनका धर्मांतरण किया जा रहा है। उन्होंने चर्च उद्घाटन के मुख्य अतिथि कांग्रेस विधायक अटल श्रीवास्तव पर भी आरोप लगाया था कि धर्मांतरण के इस खेल में कांग्रेस का पूरा समर्थन है। उनके इस दावे को हकीकत में तब्दील करते हुए बुधवार को कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव पूरी तरह चर्च के समर्थन में उतर आये। उन्होंने बाकायदा कलेक्टर को ज्ञापन देकर इस चर्च का विरोध कर रहे लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की, अन्यथा उन्होंने कलेक्ट्रेट के घेराव करने की चेतावनी दी है।
कलेक्टर को ज्ञापन सौंपने के दौरान विधायक अटल श्रीवास्तव ने लगभग धमकाते हुए कहा कि आज भी ट्रकों में भरकर ग्रामीण आने वाले थे।
अटल श्रीवास्तव का कहना है कि रतनपुर से 25 किलोमीटर दूर ग्राम पुडु के बंगला भाटा में आदिवासियों के सार्वजनिक सांस्कृतिक सामाजिक और धार्मिक कार्यक्रम के लिए सामुदायिक भवन का निर्माण किया गया है, जिसका हिंदूवादी संगठन विरोध कर रहे हैं। हालांकि यह आश्चर्य का विषय है कि ग्रामीणों द्वारा बनाये गए सामुदायिक भवन के उद्घाटन के लिए बिशप डायोसिस ऑफ छत्तीसगढ़ सुषमा कुमार को क्यों मुख्य अतिथि बनाया गया ? प्रबल प्रताप सिंह जूदेव का आरोप है कि उक्त क्षेत्र में बड़े पैमाने पर धर्मांतरण हो चुका है। इसलिए यहां मतांतरित ईसाइयों और हिंदुओं के बीच तनाव की स्थिति है, जिसे स्थानीय विधायक हवा दे रहे हैं । इधर विधायक अटल श्रीवास्तव प्रबल प्रताप सिंह जूदेव को बाहरी तत्व बताकर उनकी गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं, जिससे यहां स्थिति तनावपूर्ण बन गई है।