


दामाखेड़ा की घटना से सबक लेते हुए कबीर धर्मनगर दामाखेड़ा में पुलिस सहायता केंद्र का शुभारंभ किया गया है। कबीर धर्मनगर दामाखेड़ा कबीर पंथ के आस्था का मुख्य केंद्र है । यहां कबीर पंथ आश्रम भी मौजूद है जिसमें कबीर पंथ के वंशाचार्य श्री प्रकाश मुनि नाम साहब और उनके परिवार निवास करते है। यही कारण है कि यहां दर्शन करने प्रतिदिन दर्शनार्थियों का तांता लगा रहता है । साथ ही प्रत्येक वर्ष दामाखेड़ा में 15 दिवसीय मेले का आयोजन किया जाता है , जिसमें हर दिन चौका आरती और अन्य धार्मिक अनुष्ठान में शामिल होने दूर-दूर से दर्शनार्थी पहुंचते हैं। यही कारण है कि यहां एक पुलिस चौकी की लंबे समय से मांग की जा रही थी। इस मांग को पूरा करते हुए ग्राम दामाखेड़ा में पुलिस चौकी का उद्घाटन किया गया, जहां एसआई माधव प्रसाद साहू को प्रभारी बनाया गया है । उनके अलावा इस पुलिस चौकी में एक प्रधान आरक्षक, तीन आरक्षक सहित कुल पांच पुलिस स्टाफ की तैनाती की गई है ताकि क्षेत्र में शांति व्यवस्था कायम रहे।

क्या है पूरा मामला

दामाखेड़ा आश्रम में पटाखे फोड़ने के विवाद के बाद कबीरधाम आश्रम पर हमला हो गया । ग्रामीणों का आरोप है कि सरपंच पूर्णिमा देवांगन के परिवार और प्रकाश मुनि के बीच पुरानी रंजिश के चलते विवाद और गहरा गया। करीब 30- 40 लोगों ने आश्रम पर लाठी डंडों से हमला कर दिया। पुलिस ने 15 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया है जिसमें से अधिकांश लोग गिरफ्तार हो चुके हैं। छत्तीसगढ़ के बलौदा बाजार जिले के सिमगा तहसील स्थित दामाखेड़ा आश्रम में बीते शुक्रवार रात हमला किया गया। यह घटना उस समय घटी जब कबीर गुरु प्रकाश मुनि नाम के बेटे उदित मुनि नाम साहेब और गांव के सरपंच पूर्णिमा देवांगन के परिवार के बीच पटाखे फोड़ने को लेकर विवाद हो गया, जिसने हिंसक रूप ले लिया। बताया जा रहा है कि सरपंच पूर्णिमा देवांगन के पति पूरण देवांगन के चाचा के घर के सामने प्रकाश मुनि के बेटे ने पटाखे फोड़ दिए थे, जिस कारण इस विवाद की शुरुआत हुई। अब इस विवाद ने राजनीतिक रंग ले लिया है वहीं विवाद के बाद दामाखेड़ा में पुलिस चौकी का शुभारंभ किया गया ताकि शांति व्यवस्था बहाल हो सके।