बिलासपुर सेंट्रल जेल में कैद बंदी की दीपावली की रात मृत्यु हो गई। कैदी हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहा था।
जूना बिलासपुर के कतिया पारा में रहने वाला 35 वर्षीय बजरंगी यादव जब 19 साल का था तब मोहल्ले में ही बलवा और मारपीट हुई थी। इस दौरान उसने एक युवक की हत्या कर दी थी। साल 2009 में उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी, तब से वह बिलासपुर सेंट्रल जेल में था। बैरक में बंद बजरंग की तबीयत शुक्रवार रात अचानक बिगड़ गई, जिसे पहले जेल स्थित अस्पताल ले जाया गया लेकिन उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे सिम्स ले जाया गया। जहां जांच के बाद चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
आशंका जताई जा रही है कि कैदी बजरंग यादव की मौत हार्ट अटैक के कारण हुई होगी। इसकी सूचना सिविल लाइन थाने में दे दी गई है ।वहीं पोस्टमार्टम रिपोर्ट की प्रतीक्षा की जा रही है। इस मामले में पारदर्शिता बरतते हुए मजिस्ट्रेट और परिजनों की मौजूदगी में उसका पोस्टमार्टम कराया गया। इधर इस मामले की जांच के लिए न्यायाधीश को पत्र लिखा गया है। दंडाधिकारी स्तर पर कैदी के मौत की जांच होगी।