सर्व बंग समाज का बिजोया सम्मेलन, बिखरी बंगाल की समृद्ध सांस्कृतिक छटा

बिलासपुर के बंगाली समुदाय के द्वारा निर्मित मंच , “सर्बो बगों समाज” ने बंगाली एसोसिएसन के रेलवे कालीबाड़ी प्रांगण में ” दशहरे के अवसर पर एक “विजया सम्मिलनी ” समारोह का आयोजन किया और बंगाली समुदाय में प्रेम ,भाईचारा और आपसी सहयोग का संदेश प्रेषित किया ।

सर्बो बंग समाज के मंच में सभी संस्थाओं के प्रमुख और सदस्य उपस्थित हुए एवं नृत्य ,गीत , नाटक के माध्यम से एक मनोरम सांस्कृतिक संध्या बिलासपुर वासियों के लिए प्रस्तुत किया। सांस्कृतिक आयोजन में मिलन मंदिर, सेंट्रल बंगाली एसोसिएसन, बंगाली एसोसिएशन, छत्तीसगढ़ बंगाली समाज के कलाकारों ने बांग्ला नृत्य , गीत ,नाटक एवं कविता पाठ प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम के आरंभ में बिलासपुर की प्रथम बंगाली संस्था , बंगाली एसोसिएशन के अध्यक्ष देवाशीष घोष लालटू ने सांस्कृतिक धरोहर के रूप में बिलासपुर को चिन्हित करते हुए कहा कि यहां बिमल राय से लेकर रवींद्रनाथ, सत्यजीत राय जैसे दिग्गज व्यक्ति पदार्पण किए है और साहित्य संस्कृति में महत्व पूर्ण योगदान हुए है।
असित वरन दास ने सर्व बंग समाज की स्थापना के उद्देश्य को सबके सामने प्रस्तुत करते हुए कहा कि यह मंच बिलासपुर को एक सूत्र में बांधे रखने का प्रयास जारी रखेगा जो आपसी प्रेम और सौहार्द का उदाहरण होगा।
बि सी गोलदार ने सेंट्रल बंगाली एसोसिएशन की सामाजिक भूमिका पर आलोकपात किया।
श्पल्लव धर ने भविष्य में इस मंच के माध्यम से सामाजिक और सांस्कृतिक पहलुओं पर कार्यवाही जारी रखने का आश्वासन दिया। उन्होंने इस सिलसिले में कहा कि माह अगस्त से छठ घाट की सफाई और अरपा नदी में पर्याप्त पानी की उपलब्धता हेतु सर्व बंग समाज द्वारा जो प्रयास किया गया उसी के फलस्वरूप दुर्गापूजा , विसर्जन आदि धार्मिक कार्य सुचारू ढंग से संपन्न हो पाये।
कार्यक्रम के संयोजन में मानवेंद्र चटर्जी, भक्तिमय चौधरी, प्रमिला गुप्ता, पार्थों भादुड़ी,आर एन चटर्जी , सुब्रत बनर्जी, प्रबीर सेनगुप्ता, सुबीर सेनगुप्ता,बि सी गोलदार ,अमित चक्रवर्ती, श्रीमती पूर्ति धर, श्रीमती गोपा दासगुप्ता , गोपाल मुखर्जी, नमिता घोष ने उल्लेखनीय योगदान दिया।

इस अवसर पर कोलकाता की महिला चिकित्सक पर हुए अत्याचार पर आधारित श्रुति नाटक , “श्यामोली” ने सबका मन मोह लिया। इसे असित वरन दास, गोपा दासगुप्ता और प्रबाल मुखर्जी ने प्रस्तुत किया। गोपा दासगुप्ता के नृत्य परिचालन में शिशु कलाकारों ने नृत्य प्रतिभा का प्रदर्शन किया। महुआ भादुड़ी की कविता पाठ ने सबका मन मोह लिया।
डॉक्टर चन्दना मित्र और कु प्रीथा सरकार तथा कु श्रृष्टि दत्ता ने आकर्षक गीत प्रस्तुत किये। गायन में प्रबाल, अचिंत्य बोस, अनिता गोलदार, स्वप्ना जाना , गोपा और उमा दास ने भाग लिया।
शहर के प्रख्यात चिकित्सक डॉ हेमंत चटर्जी ने इस कार्यक्रम की सफलता पर सबको बधाई दिया तथा मिलन मंदिर की वर्षों पुरानी सेवा कार्य का विस्तृत वर्णन किया।


कार्यक्रम को बहुत ही आकर्षणीय ढंग से सौभिक दासगुप्ता तथा पूर्ति धर के द्वारा संचालित किया गया और उन्होंने गीत संगीत की इस संध्या में समा बांध दी।
नृत्य में मौमिता, पूजा , सुष्मिता, स्वांतना, अनुष्का, कल्पना, राखी,प्रणति, अरुंधती ,सीमा, अनामिका, भाग्यलक्ष्मी, पियाली, दिलासा, नोएल, खुश्मिता, नेहा, अदिति, लक्ष्मी, मेघना इत्यादि ने अच्छी प्रस्तुति दी।
कार्यक्रम के अंत में संस्था प्रमुखों के द्वारा कलाकारों को प्रमाण पत्र, मेडल तथा उत्तरीय से सम्मानित किया गया।
सुजीत मित्रा ने शिशु कलाकारों को आकर्षक नृत्य प्रस्तुति पर उन्हें प्रोत्साहन दिया और गायक व नृत्य शिल्पियों तथा आयोजकों को बधाई देते हुए दर्शकों का आभार व्यक्त किया।

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