टीकाकरण में बच्चों की मौत के बाद पीड़ित बच्चों से मिलने पहुंचे पूर्व स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव, सरकारी व्यवस्थाओं पर उठाए सवाल

बिलासपुर। पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने कहा है कि बिलासपुर जिले में टीकाकरण से दो बच्चों की मौत के बाद दवा की जांच क्यों नहीं की गई। क्या दवा अमानक थी तो बच्चों का पोस्टमार्टम क्यों नहीं करवाया गया। क्या सरकार का दायित्व नहीं है कि सरकार कुछ छुपा रही है। मृतक बच्चों केपरिवार के प्रति पूर्व डिप्टी सीएम ने संवेदना व्यक्त करते हुए जिला अस्पताल में चल रहे पांच बच्चों का जल्द स्वस्थ लाभ की कामना की है। पूर्व विधायक शैलेश पांडे ने कहा है कि भाजपा शासन काल में समुचित इलाज के अभाव में लोगों की मौत हो रही है ।

आदिवासी बच्चों की मौत हो गई डायरिया तथा मलेरिया से कोटा क्षेत्र में पांच मासूम बच्चों की मौत हो गई और फिर से टीकाकरण से दो बच्चों की मौत हो गई। राज्य सरकार की लापरवाही को दर्शाता है। शैलेश पांडे ने कहा कि जब से प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी है। लगातार बड़ी घटनाएं भी हो रही है और डायरिया मलेरिया हैजा गंभीर बीमारियों से लोगों की मौत हो रही है। शैलेश पांडे ने कहा है कि मासूम बच्चों की टीकाकरण से मौत हो जाना या बताता है कि सरकार मौन है सरकार की आंखों में पट्टी बंधी है कुछ देख नहीं पा रहे हैं । और मासूम बच्चों की मौत के मामले में यहां के अधिकारी भी झूठ बोल रहे हैं और जिम्मेदार तथा अधिकारी चुप्पी साधे बैठे हैं ‌ । मासूम बच्चों की मौत के मामले में उच्च स्तरीय जांच की मांग पूर्व विधायक शैलेश पांडे ने की है ‌ । तथा प्रदेश स्तर पर एक जांच समिति बनाकर इस मामले की जांच करने की मांग की है।

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