

पुरानी रंजिश का बदला लेने के लिए तीन भाइयों ने मिलकर युवक को मौत के घाट उतार दिया। मोपका थाना क्षेत्र के लगरा में रहने वाले तिलक केवट की पत्नी को गांव के ही छत लाल केवट और उसके पिता संतोष केवट द्वारा टोनही कहा जाता था। इसी विवाद में 10 साल पहले छत लाल केवट और संतोष केवट ने तिलक केवट की हत्या कर दी थी। अपने पिता की हत्या और मां को टोनही कहे जाने के प्रतिशोध में हेमंत केवट, धर्मेंद्र केवट और जितेंद्र केवट जल रहे थे जिन्हें सोमवार दोपहर करीब 1:00 आखिरकार मौका मिल ही गया। उन्होंने अपने पिता की मौत का बदला लेने के लिए बजरंग चौक लगरा में रहने वाले छतलाल केवट 30 वर्ष की कुल्हाड़ी मार कर हत्या कर दी। बताया जा रहा है कि दोनों ही परिवार के बीच में जमीन को लेकर पुराना विवाद था, जिसके चलते तीनों भाईयो ने अपने पिता की हत्या का बदला लेने के लिए अपने दुश्मन को मौत के घाट उतार दिया। मृतक ने भी अपने पिता के साथ मिलकर 10 साल पहले तिलक केवट की हत्या की थी और यह खूनी खेल अब भी खत्म होता नहीं दिख रहा। पुलिस ने हत्या के मामले में दो आरोपी धर्मेंद्र केवट और हेमंत केवट को गिरफ्तार कर लिया जबकि जितेंद्र केवट फरार हो गया है, जिसे पुलिस ढूंढ रही है।