


चार माह पहले हुई लूटपाट के मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार करने का दावा किया है। ट्रांसपोर्टर को अगवा कर उनसे 35 हजार रुपये लूट के मामले में पुलिस आरोपियों तक नहीं पहुंच पाई। इसके बाद आरोपियों ने अदालत में आत्मसमर्पण किया, जिसकी जानकारी होने पर पुलिस ने उनकी रिमांड हासिल की।
इसी साल 15 फरवरी को सरजू बगीचा निवासी ट्रांसपोर्टर राकेश सिंह को गाड़ी खरीदने का झांसा देकर बड़ी कोनी निवासी सौरभ सिंह ठाकुर, अरिहंत मिश्रा और अन्य लोगों ने उन्हें व्यापार विहार के पास मिलने बुलाया। उनके साथ पूर्व में जिनसे गाड़ी खरीदी थी, तखतपुर निवासी जयप्रकाश बघेल को भी बिठाकर पैसों की मांग की गई। इसके बाद इन्हें गाड़ी में बिठाकर कोनी के एक मैदान में ले जाया गया ,वहां राकेश सिंह और जयप्रकाश बघेल के साथ मारपीट की गई। बदमाशों ने राकेश सिंह पर दबाव बनाकर उनके मोबाइल से ऑनलाइन ₹35,000 ट्रांसफर भी करवा लिए। राकेश सिंह किसी तरह से उनके चंगुल से भागने में कामयाब हुआ।
इधर जयप्रकाश बघेल को रात भर गाड़ी में घूमाने के बाद आरोपियों ने उन्हें कोनी में छोड़ दिया। इस मामले में सिविल लाइन पुलिस ने राकेश सिंह की रिपोर्ट पर आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था लेकिन उनकी गिरफ्तारी नहीं हो पाई थी। करीब 4 महीने से फरार आरोपियों सौरभ सिंह ठाकुर और अरिहंत मिश्रा आत्म समर्पण करने को पहुंचे। इसके बाद पुलिस ने 24 घंटे का रिमांड हासिल किया। पुलिस का आरोप है कि इन लोगों ने नगदी रकम, मोबाइल, पर्स, एटीएम कार्ड और आईडी लूट लिया था। आरोपियों ने डरा धमका कर मोबाइल का पासवर्ड हासिल कर जबरन 35 हजार रुपए ट्रांसफर भी करा लिए थे। पुलिस कोनी में रहने वाले सौरभ सिंह ठाकुर और अरिहंत मिश्रा से पूछताछ कर रही है।