


पैरोल पर छूटा शातिर अपराधी पुलिस को चकमा देकर गायब हो गया। बिलासपुर के चर्चित हत्याकांड का अपराधी दयालबंद छोटू उर्फ अजय जायसवाल को 2012 में हुए हत्याकांड के मामले में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है। वह इन दिनों केंद्रीय जेल बिलासपुर में सजा काट रहा था। 48 वर्षीय अजय जायसवाल का कहना है कि वह गंभीर रूप से बीमार है इसलिए उसने 2018 में इलाज के लिए कोर्ट से पैरोल की मांग की थी लेकिन उस दौरान उसकी अपील खारिज हो गई। एक बार फिर 2019 में उसने 92 दिन के लिए पैरोल मांगा था जिस पर फैसला सुनाते हुए कोर्ट ने उसे 2024 में 92 दिन के लिए पैरोल दिया था। 30 जनवरी को वह पैरोल पर छूटकर अपना इलाज करा रहा था। इधर उसकी पैरोल की अवधि पूरी होने पर जब पुलिस उसे गिरफ्तार करने पहुंची तो पता चला कि अजय जायसवाल गायब है। यानी पैरोल के बहाने अजय जायसवाल पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया। इसके बाद केंद्रीय जेल के मुख्य प्रहरी शेखर कुमार ने सिटी कोतवाली थाने में अजय जायसवाल के फरार हो जाने की शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस धारा 224 के तहत अपराध दर्ज कर छोटू उर्फ अजय जायसवाल की तलाश कर रही है।

होटल इंटरसिटी में गुड्डा सोनकर और ननका घोरे की हत्या के मामले में सजा काट रहे अजय जायसवाल को 2 मई की शाम 5:00 बजे तक सरेंडर करना था ,लेकिन उसने नहीं किया। जिसके बाद उसके खिलाफ यह कार्रवाई की गई। इधर जानकारी मिल रही है कि अजय जायसवाल को ब्रेन ट्यूमर है जिसका ऑपरेशन किया गया है और फिलहाल वह मुंबई के किसी अस्पताल में भर्ती है। हालांकि S भारत न्यूज़ इसकी पुष्टि नहीं करता है।