डिस्को डांसर मिथुन चक्रवर्ती को मिला पद्म भूषण, क्या बात, क्या बात, क्या बात, विशेष आलेख संजय अनंत की कलम से


मैदान में लंबी पारी खेलने वाले खिलाड़ी, जो अब भी आउट नहीं हुए.. सन1976 की कलात्मक फ़िल्म ‘मृगया’ से 2023 में गुरुदेव की कथा ‘काबुलीवाला’ में रहमत अली..
और अब भी बैटिंग जारी है, आउट नहीं हुए है..
अस्सी व नब्बे के दशक में उन्हें ‘गरीबो का अमिताभ’ कहां जाता था, एक क्लास था, जो मिथुन का दीवाना था, इस में मिथुन दा के लिए जबरदस्त क्रेज़ था, उनकी हेयर स्टाइल, बात करने का ढंग, चलने का ढंग और डांस तो था ही .. इस वर्ग में कोई पढ़ा लिखा वर्ग नहीं आता था, छोटे तबके के लोग, कम पढ़े लिखें, मज़दूरी करने वाले, रिक्शा चलाने वाले, दर्ज़ी, नाई, मेकेनिक, पान ठेले वाले, खोँचे लगाने वाले यानि देश का ग़रीब तबका उनका दीवाना था..


जिन प्रोडक्शन हाउस को कम बजट में फ़िल्म बनानी होती थी, वे मिथुन दा को साइन करते, उनकी फीस अमिताभ, जितेंद्र या ऋषि या शत्रु जी इत्यादि से से कम होती थी, महज़ कुछ माह में कम बजट की फार्मूला फ़िल्म तैयार और उनको चाहने वाला ये वर्ग उन फिल्मों को बड़े चाव से देखता, उनके डायलॉग पसंद आने पर सिक्के फेकता, तालियां बजाता, सिटी मारता..
चुंकि कम बजट की फिल्मे होती थी, तो लागत के साथ अच्छा मुनाफा भी , बड़े नामी थिएटर में अमिताभ या बड़े स्टार वाली फिल्मे चलती और मिथुन दा की फिल्मे सस्ते, कम टिकट वाले थिएटर में..
मिथुन दा ने हिन्दी व बांग्ला, उड़िया सहित कुल 350 से अधिक फिल्मों में अभिनय किया,उनकी अधिकांश फिल्मे निश्चित ही सी ग्रेड की फिल्मे रही,जो विशुद्ध मसाला फिल्मे होती थी
किन्तु वे प्रतिभाशाली कलाकार है, मृगया जैसी कलात्मक फ़िल्म में भी उत्कृष्ठ अभिनय किया नेशनल फ़िल्म अवार्ड मिला तो फ़िल्म ‘अग्निपथ’ में नारियल पानी वाला की भूमिका के लिए श्रेष्ठ सह अभिनेता का फ़िल्म फेयर अवार्ड.
यानि जब भी अभिनय का जलवा दिखाने का मौका मिला वे अपना उत्कृष्ट परफॉरमेंस देते रहें फ़िल्म विवेकानंद(1998) को यदि हम याद न करें तो मिथुन दा पर बात पूरी नहीं होगी , श्री श्री श्री ठाकुर रामकृष्ण परमहंस का जीवंत अभिनय,उस फ़िल्म को देख कर ऐसा लगाता है,जैसे साक्षात् ठाकुर रामकृष्ण सामने हो, ऐसा जीवंत अभिनय मिथुन दा ने किया
जबकि उनकी छबि एक एक्शन हीरो की रही जो बेहतरीन डांसर भी है,टपोरी छाप लोगो के आदर्श रहें है मिथुन दा, किन्तु ज़ब भी किसी प्रतिभाशाली निर्देशक ने उनके अंदर के कलाकार को जागृत किया, उनका बेहतरीन अभिनय देखने को मिला
अनेक पुरुस्कार उन्हें मिले, जनता का अनमोल स्नेह मिला और देश ने पिछले सप्ताह उन्हें पद्म भूषण सम्मान दें ,उनके अभिनय को,उनकी प्रतिभा को नमन किया
हमारी ओर से भी बधाई मिथुन दा
संजय अनंत ©

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