आकाश मिश्रा
एक तो सरकारी, ऊपर से रेलवे की नौकरी, युवाओं को बेहद आकर्षित करती है। यही वजह है कि अक्सर रेलवे में नौकरी लगने के लालच में वी ठगी का आसानी से शिकार हो जाते है
रेलवे में नौकरी लगने के नाम पर 6 लाख ₹20000 की ठगी करने वाला ऐसा ही एक आरोपी पिछले 5 महीने से फरार था। घुरू अमेरी सकरी में रहने वाले हरिशंकर टंडन का परिचय ग्राम कोसमंडा चाम्पा निवासी अखिलेश चौहान से हुआ था, जिसने अपने दोस्त आशीष दास के बारे में बताते हुए कहा था कि वह रेलवे में टिकट कलेक्टर के पद पर काम करता है और कोलकाता में जॉइनिंग करने के बाद दुर्ग में उसकी पोस्टिंग है। अखिलेश चौहान ने यह भी बताया था कि उसके दोस्त आशीष दास की कोलकाता ऑफिस में अच्छी खासी जान पहचान है और वह आसानी से रेलवे में नौकरी लगा सकता है। हरिशंकर टंडन के साथ मुलाकात होने पर आशीष दास ने बताया कि रेलवे में नौकरी तो लग सकती है लेकिन इसके लिए 7.50 लाख रुपए लगेंगे। रेलवे में नौकरी लगने के बाद सुरक्षित भविष्य को देखते हुए हरिशंकर टंडन भी झांसे में आ गया और उसने सरकंडा त्रिवेणी नगर स्थित अपने किराए के घर में आवश्यक दस्तावेज आदि और मेडिकल होने के नाम पर डेढ़ लाख रुपए जमा कर दिए। हरिशंकर टंडन ने डेढ़ लाख रुपए का चेक आशीष दास और अखिलेश चौहान को दे दिया। इसके बाद कभी किसी तो कभी किसी नाम से कुल 6 लाख ₹20000 ले लिए गए और फिर फर्जी जॉइनिंग लेटर थमा दिया गया। इसका खुलासा होने पर जब पैसे वापस मांगे गए तो अखिलेश चौहान और आशीष दास धमकी देने लगे, जिसकी शिकायत थाने में की गई थी । रिपोर्ट दर्ज होने के बाद से ही आरोपी फरार चल रहा था। पुलिस उसे लगातार ढूंढ रही थी। पुलिस को सूचना मिली कि ठग अखिलेश कुमार चौहान अपने ठिकाने पर है जिसके बाद सरकंडा पुलिस ने घेराबंदी कर उसे गिरफ्तार कर लिया।