बिलासपुर। बिलासा कला मंच द्वारा आयोजित 34 बिलासा महोत्सव के समापन समारोह के मुख्य अतिथि के आसंदी से बोलते हुए अरूण साव उपमुख्यमंत्री ने कहा कि बिलासा कला मंच और बिलासा महोत्सव बिलासपुर की शान है, किसी भी प्रदेश की पहचान वहा की सभ्यता,संस्कृति,साहित्य और कल से होती है और बिलासा महोत्सव लगातार 34 वर्ष से भव्यता के साथ हो रहा है और हजारों कलाकारों को मंच दिया है जो स्वागेते है। इस अवसर पर अध्यक्षता करते हुए अटल श्रीवास्तव विधायक कोटा ने बिलासा महोत्सव की तारीफ करते हुए कहा कि
बिलासा कला मंच के कार्यों की प्रसंशा करते हुए बिलासा महोत्सव को प्रदेश का प्रमुख महोत्सव बताते हुए मंच को भरपूर सहयोग देने की बात की। मंच के संस्थापक डा सोमनाथ यादव ने स्वागत भाषण में 34 वा बिलासा महोत्सव की अनथकी यात्रा पर प्रकाश डालते हुए उपस्थित अतिथियों से निवेदन किया कि ऐसे आयोजन के लिए शासन प्रशासन से नियम कानून में थोड़ा छूट मिलना चाहिए और सहयोग भी ताकि हम अपनी संस्कृति,साहित्य और कला के संरक्षण हेतु और अच्छे से कार्य कर सके।
34 वा बिलासा महोत्सव में सुप्रसिद्ध छत्तीसगढ़ी फिल्म अभिनेता श्री सुनील तिवारी रायपुर एवम् साथियों द्वारा छत्तीसगढ़ी गीत,नृत्य की शानदार प्रस्तुति दी गई बनारस से आए , अंतर्राष्ट्रीय कलाकार डा मन्नू यादव एवम साथी कलाकारों ने द् कजरी,बिरहा गायन से लोगो को मंत्रमुग्ध कर दिया, लोक प्रयाग राजिम के 35 कलाकारों ने लगातार छत्तीसगढ़ी गीत संगीत,नृत्य के साथ नयनाभिराम प्रस्तुति देकर दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिए इसके साथ ही श्री वसंत वीर उपाध्याय रायपुर द्वारा लाइट एवम साउंड आधारित संगीतमय नाटिका केवट के राम की शानदार प्रस्तुति से महोत्सव में हजारों की संख्या में उपस्थित दर्शकों ने भरपूर आनंद लिया,अंत में प्रसिद्ध छत्तीसगढ़ी हास्य फेम कचरा बोदरा की प्रस्तुति श्रीमती उर्वशी साहू दुर्ग एवम साथी कलाकार द्वारा किया गया जिसको देख सुन दर्शक हंसते, मुस्कुराते रहे। महोत्सव में बिलासा कला सम्मान श्री सुनील तिवारी (रायपुर) को, बिलासा साहित्य सम्मान श्री गिरवर दास मानिकपुरी (दुर्ग) को, बिलासा सेवा सम्मान श्री दुजराम भेंड़पाल (सेंदरी) और छत्रपती शिवाजी राजे सेवा समिति बिलासपुर को दी गई। वही साहित्यकार श्री सतीश पांडेय की कृति मया का विमोचन अतिथियों ने किया।
सोमनाथ यादव