विधानसभा चुनाव में महतारी वंदन योजना भाजपा को सत्ता के सिंहासन तक ले कर गई थी। अब लोकसभा चुनाव से पहले योजना को लागू करने की तैयारी है। अगले महीने योजना धरातल पर होगी, लेकिन इसी के साथ आरोप प्रत्यारोप का भी दौड़ शुरू हो चुका है। कांग्रेस ने योजना की पात्रता को लेकर कई सवाल उठाए हैं ।
विधानसभा चुनाव में महतारी वंदन योजना भाजपा के लिए तुरुप का इक्का साबित हुई थी। दावा किया जाता है कि इसी योजना के चलते छत्तीसगढ़ में भाजपा को बंपर वोट मिले । खासकर महिलाओं ने भर- भर कर भाजपा को वोट दिया। इस कारण कांग्रेस के हाथ से सत्ता चली गई । महतारी वंदन योजना के तहत वादा किया गया था कि महिलाओं को हर महीने ₹1000 और साल में ₹12,000 दिए जाएंगे, लेकिन चुनाव के दौरान इसका स्वरूप स्पष्ट नहीं था। अब धीरे-धीरे तस्वीर साफ हो रही है। 31 जनवरी को कैबिनेट की बैठक में महतारी वंदन योजना को हरी झंडी दिखा दी गई। कहा गया कि महिला सशक्तिकरण की दिशा में महतारी वंदन योजना नींव पत्थर साबित होगी। योजनाओं को 1 मार्च 2024 से लागू करने की बात कही जा रही है। योजना के तहत छत्तीसगढ़ की स्थानीय निवासी, 21 वर्ष से अधिक आयु की विवाहित, विधवा तलाश शुदा या परित्यक्ता महिला को योजना की पात्रता हासिल होगी। जिस महिला के परिवार का कोई सदस्य आयकर दाता हो, शासकीय सेवा में हो, वर्तमान अथवा भूतपूर्व सांसद, विधायक मंडल आदि का अध्यक्ष हो, उन्हें इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा। योजना के तहत पात्र महिलाओं को डीबीटी के माध्यम से हर महीने ₹1000 दिया जाएगा। सामाजिक सहायता कार्यक्रम और विभिन्न पेंशन योजनाओं से पेंशन प्राप्त करने वाली महिलाओं को ₹1000 से कम पेंशन राशि प्राप्त होने पर इस अंतर की राशि का ही भुगतान किया जाएगा। इसके लिए मोबाइल ऐप द्वारा ऑनलाइन फॉर्म भरे जा सकते हैं। पात्र महिलाओं को आवेदन करने के लिए पासपोर्ट साइज फोटो, निवास प्रमाण पत्र, राशन कार्ड, मतदाता पहचान पत्र, स्वयं का और पति का आधार कार्ड, पैन कार्ड , विवाह प्रमाण पत्र की आवश्यकता पड़ेगी। योजना को लेकर प्रदेश की महिलाओं में भी खासा उत्साह देखा जा रहा है
भारतीय जनता पार्टी इस योजना को ग्रामीण, निम्न एवं मध्यम वर्गीय महिलाओं के लिए क्रांतिकारी कदम बता रही है, जिनका कहना है कि इस योजना से महिलाएं आत्मनिर्भर होगी और उन्हें स्वाभिमान से जीने का अवसर मिलेगा। महिलाओं को आर्थिक संबल प्राप्त होगा, जिससे महिलाएं ताकतवर होगी और उन्हें अपनी मर्जी से खर्च करने का अधिकार मिलेगा।
इधर महतारी वंदन योजना को लेकर भी राजनीति शुरू हो गई है। योजना को लेकर आरोप- प्रत्यारोप तेज होते दिख रहे हैं । पूर्व विधायक शैलेश पांडे का कहना है कि भाजपा ने हर विवाहित महिला का वोट लेने के लिए झूठा वादा किया था और अब पात्र-अपात्र का खेल खेला जा रहा है। उन्होंने सभी महिलाओं को योजना का लाभ देने की मांग की है। पूर्व विधायक कहते हैं कि प्रदेश में एक करोड़ तीन लाख और बिलासपुर जिले में 7 लाख 3000 महिला मतदाता है, जिनके साथ छलावा हो रहा है। 21 साल की आयु सीमा निर्धारण पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं। कांग्रेस का कहना है कि मौजूदा स्वरूप में तो 50 लाख महिलाओं को भी इस योजना का लाभ नहीं मिल पाएगा। बिलासपुर जिले में भी आधी महिलाओं को भी महतारी वंदन योजना का लाभ नहीं मिलने के दावे किए जा रहे हैं ।
जाहिर है कांग्रेस इसे लोकसभा में मुद्दा बनाएगी। इधर भाजपा नेता पूरी तरह आश्वस्त है कि राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के बाद महतारी वंदन योजना लोकसभा चुनाव में भी नैया पार लगाएगी। इंडी गठबंधन में टूट, गठबंधन के नेताओं पर लगातार लग रहे गंभीर आरोप, पहले ही विपक्ष की कमर तोड़ चुकी है। रही- सही कसर भाजपा की लोक लुभावनी योजनाओं से पूरी हो रही है। वैसे भी अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के बाद बीजेपी का आत्मविश्वास आसमान छू रहा है। ऐसे में लगता नहीं कि विपक्ष का कोई भी दांव पेंच भाजपा के विजय रथ को रोक पाएगी।