


500 वर्षों के संघर्ष के बाद रामलाल को उनका अपना महल वापस मिल रहा है। अयोध्या में श्री राम लला के पुनर्गामन से देश भर में उत्सव का वातावरण है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अपील के बाद देश भर में राम भक्त मंदिरों और तीर्थ स्थलों में स्वच्छता अभियान चला रहे हैं, ताकि जब 22 तारीख को भक्त मंदिरों में दर्शन और उपासना के लिए पहुंचे तो मंदिरों का माहौल बदला बदला सा लगे और लोगों का मन भी प्रफुल्लित एवं आनंदित हो। वैसे भी स्वच्छता भारतीय संस्कृति की आत्मा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 12 जनवरी 2024 को महाराष्ट्र के नासिक में श्री कानाराम मंदिर से इस अभियान की शुरुआत की, जिसके बाद उन्होंने सभी से आह्वान किया कि वे भी देश भर में फैले छोटे – बड़े मंदिर, तीर्थ स्थल, पूजा स्थल और उनके परिसरों की साफ सफाई करें।


एक बार फिर प्रधानमंत्री के आह्वान पर देश भर में राम भक्त मंदिरों की साफ सफाई में जुट चुके हैं ।देश भर में 14 जनवरी से 22 जनवरी तक स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है ।इसी कड़ी में शनिवार को पाटलिपुत्र संस्कृति विकास मंच के सदस्यों और राम भक्तों ने हेमू नगर स्थित बरम बाबा मंदिर पहुंचकर स्वच्छता अभियान चलाया।
अयोध्या में राम मंदिर बनने से सभी में अपार उत्साह नजर आ रहा है। यहां राम भक्तों ने कोने-कोने को झाड़ पोंछ कर चकाचक कर दिया। कई घंटे तक श्रमदान कर पूरे मंदिर परिसर , प्रांगण और गर्भ गृह के आसपास सफाई की गई।
22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह की ओर सभी टकटकी लगाए हुए हैं, कि कब वह शुभ घड़ी आए और श्री राम लला के दर्शन हो। रामलला के स्वागत सत्कार में एक और दिवाली मनाने के उद्देश्य से बरम बाबा मंदिर की भी साफ सफाई की गई ।

22 जनवरी प्राण प्रतिष्ठा समारोह को ध्यान में रखकर बिलासपुर के अन्य मंदिरों के साथ बरम बाबा मंदिर की भी खास सजावट की गई है। 21 और 22 जनवरी को यहां विविध कार्यक्रम होंगे। इसके लिए मंदिर को खूब सजाया जा रहा है। 21 जनवरी प्रातः 9:30 बजे बरम बाबा मंदिर से रामलला की शोभायात्रा निकाली जाएगी। यह शोभा यात्रा बंधवा पारा रोड से होते हुए बंगाली स्कूल चौक पहुंचेगी, जहां से तोरवा होते हुए यह रामलला की नगर कीर्तन यात्रा वापस मंदिर पहुंचेगी। रामधुन गाते हुए राम भक्त अपनी खुशी का प्रदर्शन करेंगे ।


रविवार दोपहर में बरम बाबा मंदिर में श्रद्धालुओं के लिए भंडारा का भी आयोजन किया गया है। 22 जनवरी को यहां कीर्तन और अन्य धार्मिक अनुष्ठान होंगे।
श्री रामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर देश भर में अभूतपूर्व उत्साह है। देश का कोना-कोना इससे अछूता नहीं है। जो रामलला के दर्शन के लिए अयोध्या नहीं जा पाए हैं, वे अपने आसपास के मंदिरों में ही तरह-तरह के धार्मिक आयोजन कर रहे हैं। पूरे शहर को ध्वज, तोरण, बैनर पोस्टर और विद्युत झालर से सजाया गया है। मंदिरों में भी विशेष सजावट की गई है। मंदिरों की भी साफ सफाई लगभग पूर्ण कर ली गई है। इस उत्साह से ही समझा जा सकता है कि भगवान रामलला के आगमन की इस प्रतीक्षा में भारतीय जनमानस कितना व्याकुल था।

स्वच्छता अभियान में इनका रहा योगदान
मंदिर परिसर स्वच्छता अभियान में पाटलिपुत्र संस्कृति विकास मंच के अध्यक्ष डॉ धर्मेंद्र कुमार दास, डॉ कुमुद रंजन सिंह, सतीश सिंह शशि नारायण मिश्रा, सपना सराफ, पी सी झा , जय शुक्ला लकी ठाकुर, राज किशोर श्रीवास, जे पी सिंह अयोधपुर, विरेंद सेन, दीन बंधु सेन, विनोद सिन्हा, अजीत पंडित, द्वारका ठाकुर , जमुना आदि का योगदान रहा।
