प्रवीर भट्टाचार्य
जालिम पिता लगातार उसकी मां पर अत्याचार करता रहा ।आखिरकार बेटे के सब्र ने जवाब दे दिया, जिसने अपने ही पिता को मौत के घाट उतार दिया। मामला कोनी थाना क्षेत्र का है । कोनी के गोड़ पारा बरपाड़ा बड़ी कोनी में रहने वाले अर्जुन ध्रुव को 10 जनवरी को घायल अवस्था में सिम्स में भर्ती किया गया था। इलाज के दौरान 11 जनवरी की सुबह उसकी मौत हो गई।
पुलिस को मामला संदेहास्पद लगा इसलिए मृतक के परिजनों और उसके बेटे सूरज ध्रुव से पूछताछ की गई । पुलिस का संदेह उस वक्त और गहरा गया, जब मृतक के परिजन अलग-अलग तरह के बयान देने लगे। संदेह होने पर पुलिस ने सूरज ध्रुव को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की तो पूरा मामला खुला।
पता चला कि अर्जुन ध्रुव पेशे से ड्राइवर था जो भारी वाहन चलाता था, लेकिन उसे शराब पीने की बुरी आदत थी। शराब के नशे में वह अक्सर अपनी पत्नी के साथ मारपीट करता और घर में हर बात पर झगड़ा करता। अर्जुन से पूरा परिवार परेशान था। घटना वाले दिन भी एक बार फिर अर्जुन ध्रुव अपनी पत्नी की पिटाई कर रहा था, जिससे अपनी मां की पिटाई से क्षुब्ध होकर सूरज ध्रुव आपा खो बैठा ।उसने अपनी मां को मारने वाले पिता को ही सबक सिखाने के लिए उसके सिर पर ईंट से वार कर दिया। साथ ही घर में रखे चाकू से उसके पेट पर भी वार किए गए। फिर घायल को सिम्स में भर्ती किया गया, लेकिन उसकी मौत हो गई । पुलिस ने अपने ही पिता की हत्या के आरोप में सूरज ध्रुव को गिरफ्तार किया है। पहली नजर में भले ही सूरज गुनहगार नज़र आ रहा हो, लेकिन अर्जुन ध्रुव जिस तरह से बार-बार सीमाओं का अतिक्रमण कर रहा था उस हालत में यह तो एक दिन होना ही था। इस पूरे मामले में हत्यारे सूरज ध्रुव से भी बड़ा दोषी अर्जुन ध्रुव है, जिसके जीते जी परिवार परेशान रहा और उसके मरने के बाद भी परेशानी ने पीछा नहीं छोड़ा।