

बिलासपुर तेलुगू समाज द्वारा 30 दिसंबर, शनिवार, शाम 5 बजे, आंध्र समाज स्कूल, रेल्वे बुधवारी बाजार, बिलासपुर में छ.ग शासन के पूर्व मंत्री एवं नवनिर्वाचित विधायक अमर अग्रवाल का बिलासपुर तेलुगू समाजम द्वारा भव्य स्वागत सम्मान समारोह ऐतिहासिक गरिमामय उपस्थित में किया गया। समारोह में आतिशबाजी और स्कूल ग्रुप बैंड द्वारा अतिथियों का स्वागत किया गया। मुख्य अतिथि अमर अग्रवाल का श्रीफल सॉल एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर स्वागत किया गया। इसके उपरांत तेलुगू समाज में ही विभिन्न समाजों के द्वारा जिसमें ब्रम्हाण समाज, तेलगालू समाज, कालिंगलु समाज, वाड़बलजी समाज, श्रीसैनम समाज, पटनायक समाज, आंध्र समाज स्कूल, श्री कोदंडा रामालयम एवं श्री बालाजी मंदिर समाज के पदाधिकारीगण, सदस्यगण एवं समाज के अन्य प्रबुद्धजनों के द्वारा पुष्पगुच्छ एवं प्रत्येक समाज के महिला पुरुष एक साथ मिलकर लगभग 06 फीट के पुष्पमाला से स्वागत किया गया। इस स्वागत सम्मान समारोह में समाज के बुजुर्ग, पुरूष, बच्चे एवं महिलायें शामिल थे।

मुख्य अतिथि अमर अग्रवाल ने अपने संम्बोधन में कहा कि इस समाज में आप लोगों के बीच जब भी आता हूँ तो एक आंतरिक खुशी मिलती है और साल भर आपके समाज में धार्मिक अनुष्ठान भी चलते हैं जिससे एक भक्तिमय माहौल बना रहता। अभी आने वाले गर्मियों में सोलपुरी माता पूजा बड़े धूमधाम, हर्षोउल्लास, धार्मिक अनुष्ठान से मानाया जाता है। साउथ इंडियन के मुख्य द्वार से ही समझ में आ जाता है कि ये साउथ इंडियन का घर है क्योंकि मुख्य द्वार के चौखट में पीला रंगकर रंगोली किया जाता है यही है साउथ इंडियन घर की मुख्य पहचान. चुनाव से पहले विजय दशमी मिलन समारोह में आया था उसमें मैंने एक वादा भी किया था ये भी बोला कि 2018 में मेरे द्वारा तेलुगू समाज के भवन का शिलान्यास हुआ था मैंने ये भी बोला था कि मेरे जीत के आने के बाद इस भवन को दो मंजिल में पूर्ण भी करूँगा अब आपका ये भवन बहुत जल्दी बन कर तैयार भी हो जायेगा और बड़े धूमधाम, हर्षोउल्लास एवं धार्मिक अनुष्ठान से उद्घाटन किया जायेगा। इस सम्मान समारोह को सफल करने के लिए तेलुगू समाज के प्रबुद्धजन लगे हुए थे जिसमें बी.वेणु गोपाल राव, के वेंकेट राव, व्ही. मधुसूदन राव, श्रीमती एल पूजा विधानी, जी. रविकन्ना, एस श्रीनिवास राव, बी शंकर राव, व्ही रवि, टी सूर्या राव (नागू), एन.रमना मूर्ती, पी श्रीनिवास राव, ए सत्यनारायण राव, आर व्ही स्वामी, एस सांई भास्कर राव, के साईं गोपाल राव, एस एस सुब्रमण्यम, टी श्रीनिवास, एल श्रीनिवास, बी वेंकेट रमन्न, ए राधा कृष्णा, एम के पटनायक, आर सी राव, बी वल्लभ राव, के जे जगन, व्ही राघवेन्द्र राव, डी. कृष्णा राव, डी श्रीनिवास मूर्ति, एस जनार्दन राव (जॉन), नरसिंग मूर्ति, डॉ एम. एस. राजू, एन. लोकेश, ए गणपति, पी सोम शेखर, यू मुरली राव, बी अमरनाथ, बी रामा राव, जी वेंकेट राव, पी वेनू गोपाल राव, अनिल कुमार नायडू एवं अन्य प्रभुतजनों का सहयोग मिला।
