

आकाश दत्त मिश्रा

मानहानि मामले में राहुल गांधी को 2 साल की सजा सुनाए जाने और फिर उनकी संसद सदस्यता रद्द किए जाने के खिलाफ पूरे प्रदेश में हंगामा मच गया है। सभी जिलों में इसे लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने अपना विरोध दर्ज कराया है। कांग्रेसियों ने इसे लोकतंत्र की हत्या और अघोषित इमरजेंसी तक करार दे दिया है। इस मुद्दे पर कांग्रेस सोमवार से संविधान बचाओ आंदोलन शुरू करेगी, जिसके तहत ब्लाक से लेकर राजधानी तक प्रदर्शन किए जाएंगे। राहुल गांधी के समर्थन में पार्टी ने सोशल मीडिया पर ‘डरो मत’ कैंपेन शुरू किया है।

आपको याद दिला दे कि राहुल गांधी को गुरुवार को सूरज की कोर्ट ने 2 साल जेल की सजा सुनाई थी। मानहानि के केस में उन्हें सजा सुनाई गई है। 2019 में राहुल गांधी ने कर्नाटक की रैली में कहा था कि सभी चोरों का सरनेम मोदी क्यों होता है ।सुप्रीम कोर्ट का फैसला है कि 2 साल से अधिक सजा होने पर संसद सदस्य और विधायक की सदस्यता रद्द कर दी जाएगी। इस विषय पर कांग्रेस ने जो ऑर्डिनेंस लाया था उसे राहुल गांधी ने स्वयं फाड़ कर फेंक दिया था। जिस वजह से उनके खिलाफ यह कार्यवाही हो पाई है। इधर राहुल गांधी की सदस्यता रद्द किए जाने और अदालत द्वारा उन्हें 2 साल की सजा देने के खिलाफ मुंगेली में भी कांग्रेस नेताओं ने विरोध प्रदर्शन किया।

भाजपा कार्यालय के समक्ष कांग्रेस नेताओं ने भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और प्रधानमंत्री का पुतला दहन किया। कांग्रेस नेताओं ने इस मुद्दे पर सतत विरोध प्रदर्शन की बात कही है । मुंगेली में छाया विधायक राकेश पात्रे और नगर पालिका अध्यक्ष हेमेंद्र गोस्वामी के नेतृत्व में भाजपा कार्यालय के सामने प्रधानमंत्री का पुतला दहन किया गया। इस दौरान संजय जायसवाल, संजय यादव, राहुल कुर्रे ,अभिलाष सिंह, अरविंद वैष्णव, मकबूल खान, राजेश छेदइया, सूरज यादव, राजा मानिक, असद खोखर समेत बड़ी संख्या में कांग्रेसी मौजूद थे।
