महिलाओं को झांसे में लेकर जेवरात पार करने वाले दिल्ली गैंग के 12 सदस्य पकड़ाए, उनके पास से करीब 10 लाख रुपए के जेवरात बरामद, बिलासपुर और मुंगेली में अब तक 7 घटनाओं को अंजाम देने का खुलासा

बिलासपुर और मुंगेली में लगातार महिलाओं के साथ हो रही ठगी के मामले में पुलिस ने कुल 12 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी हालांकि दो दिन पहले ही हो गई लेकिन पुलिस ने शुक्रवार को इसका खुलासा किया। इस मामले में पांच पुरुष, चार महिला और तीन नाबालिग पकड़े गए हैं। दिल्ली का यह गैंग बुजुर्ग और भोली भाली महिलाओं को लगातार अपना शिकार बन रहा था । गिरोह में शामिल बच्चे सबसे पहले महिलाओं के सामने भूखे होने का नाटक करते। जब महिला फंस जाती तो गिरोह के अन्य सदस्य आकर कभी सोने चांदी के जेवर डबल करने, तभी दुगना पैसा देने तो कभी उन्हें बेहोश कर जेवर लूट कर भाग जाते। एक के बाद एक हो रही घटनाओ ने पुलिस के कान खड़े कर दिए । बुधवार को चांटीडीह से आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, जिसके बाद कोतवाली, सिविल लाइन में पीड़ित पक्षों को ढूंढ कर एफआईआर दर्ज की गई ।

कैसे पहुंची पुलिस आरोपियो तक

बिलासपुर में कभी मामा भांजा तालाब के पास, कभी मंगला में, तो कभी सिम्स के सामने सिलसिलेवार हो रही घटनाओं के बाद पुलिस ठग गिरोह की तलाश कर रही थी। इसी दौरान पुलिस को पता चला कि मुंगेली में भी इसी तरह की घटना हुई है ।इसके बाद पुलिस आरोपियों की तलाश में घटनास्थल मलाई घाट मुंगेली पहुंची, जहां सीसीटीवी के फुटेज देखे गए तो पता चला कि आरोपी पैदल बस स्टैंड मुंगेली की ओर जा रहे हैं। बस स्टैंड में आरोपियों की तस्वीर दिखाकर पूछताछ की गई तो एक ऑटो वाले ने बताया कि गिरोह में 7 से 8 लोग थे जिन्होंने ₹500 में ऑटो किराया लिया था और तखतपुर तक गए थे। तखतपुर में सीसीटीवी से पाया गया कि आरोपी महादेव बस में सवार होकर बिलासपुर की ओर गए हैं ।महादेव बस के कंडक्टर से पूछताछ करने पर पता चला कि यह सभी मंगला बायपास चौक पर उतर गए थे। वहां ऑटो वालों ने बताया कि आरोपी चांटीडीह के लिए ऑटो ढूंढ रहे थे, लेकिन सौदा न होने पर सभी पैदल चले गए थे। इसके बाद पुलिस और accu की टीम चांटीडीह पहुंची जहां स्थानीय मुखबिर ने बताया कि आरोपी चांटीडीह रामायण चौक के पास किराया का मकान लेकर रह रहे हैं । पुलिस ने इन लोगों को घेराबंदी कर पकड़ा। पूछताछ में पूरे मामले का खुलासा हुआ है।

यह है आरोपी

01. बाबू लाल राठौर पिता ओमकार राठौर उम्र 50 साल निवासी ए-34 गली नम्बर 02 दीपक विहार उत्तम नगर नई दिल्ली।
02. वीरू सोलंकी पिता छगनलाल उम्र 28 साल निवासी टोनिका सिटी गिरजाघर के पास खड्डा काॅलोनी ग्राम व थाना लोनी न्यु विकास नगर जिला गाजियाबाद (उत्तर प्रदेश)।
03. गोविन्द सोलंकी पिता छगनलाल उम्र 22 साल निवासी टोनिका सिटी गिरजाघर के पास खड्डा काॅलोनी ग्राम व थाना लोनी न्यु विकास नगर जिला गाजियाबाद (उत्तर प्रदेश)।
04. विनय वर्मा पिता रमेश चन्द्र वर्मा उम्र 36 साल निवासी मंगल बाजार पुरानी बस्ती दक्षिण दरवाजा जिला बस्ती (उत्तर प्रदेश)।
05. मनोज सोलंकी पिता मोहन लाल सोलंकी उम्र 31 साल निवासी राहूल पब्लिक स्कूल के पास राजीव नगर बेगमपुर (नई दिल्ली)।
06. लक्ष्मी सोलंकी पति छगनलाल उम्र 22 साल निवासी टोनिका सिटी गिरजाघर के पास खड्डा काॅलोनी ग्राम व थाना लोनी न्यु विकास नगर जिला गाजियाबाद (उत्तर प्रदेश)।
07. गौरी सोलंकी पति गोविन्द सोलंकी उम्र 19 साल निवासी टोनिका सिटी गिरजाघर के पास खड्डा काॅलोनी ग्राम व थाना लोनी न्यु विकास नगर जिला गाजियाबाद (उत्तर प्रदेश)।
08. पूनम राठौर पिता बाबूलाल राठौर उम्र 28 साल निवासी ए-34 गली नम्बर 02 दीपक विहार उत्तम नगर नई दिल्ली।
09. सीता देवी पति किशन उम्र 35 वर्ष निवासी केन्ट मायापुरी (नई दिल्ली)।
10. तीन अन्य नाबालिग किशोर।

इस तरह दिया घटनाओं को अंजाम

6 दिसंबर दोपहर शुभम विहार मंगला में रहने वाली शशि पांडे इनका शिकार हुई। रास्ते में उसे दो लड़के मिले ।एक ने कहा कि उसने तीन दिनों से कुछ नहीं खाया है। दया कर उसे ₹100 दिए तो वह बिहार जाने के लिए और पैसे मांगने लगा। इसी दौरान उन लोगों ने महिला को कुछ सूंघा दिया जिससे महिला बेहोश हो गई तो ठग गिरोह महिला के 1 लाख 22 हजार के कंगन लेकर चलते बने।
8 दिसंबर को नेचर सिटी उसलापुर में रहने वाली लक्ष्मी अग्रवाल इनका शिकार बनी। दो लड़के नकली नोट दिखाकर उनके डेढ़ लाख रुपए के जेवर लेकर चलते बने।
12 दिसंबर को इन लोगों ने पुराना बस स्टैंड के पास बिल्हा में रहने वाली श्रद्धा अग्रवाल को शिकार बनाया। यहां भी एक लड़के ने उनसे खाना मांगा। महिला जब वह उसके लिए खाने की व्यवस्था कर रही थी तभी वह उनका 62,000 रु कीमती चेन लेकर भाग।


बहतराई राय अटल आवास निवासी सविता साहू खपड़गंज के पास से गुजर रही थी। तभी दो लड़के आए और कागज के नोटों का बंडल देकर उसके बदले ₹50,000 का सोने का हार लेकर भाग गए।
14 दिसंबर को जय लक्ष्मी कोरी अयोध्या नगर से सरकंडा जाने के लिए निकली थी। ऑटो में उसे दो व्यक्ति मिले, जिन्होंने महिला को अपने प्रभाव में लेकर बहला फुसलाकर उसके गले में पहने हार और कंगन को चुरा लिया, जिसे कपड़े की पोटली में बंधवाकर अपने पास रख लिया और उसे नकली कंगन पकड़ा कर भाग गए।
मुंगेली में भी पटवा पारा की रहने वाली 70 साल की बुजुर्ग पूसई बाई देवांगन को इन लोगों ने महामाई मंदिर के पास से गोल बाजार की ओर जाने के दौरान डरा धमका कर सोने का चैन, टॉप्स करघन आदि 75,000 के जेवरात लूट लिए।
पुष्पा गढ़ेवाल को इन लोगों ने सिम्स अस्पताल गेट के पास शिकार बनाया। जिन्हें नकली कागज का बंडल देकर उसके असली सोने चांदी के जेवर ले लिए, जिसकी कीमत करीब एक लाख रुपये थी।

पुलिस ने दिल्ली के शातिर गैंग के 12 सदस्यों को गिरफ्तार कर उनके पास से करीब 10 लाख रुपए के गहने और नकली नोटों का बंडल बरामद किया है। अब तक इनके द्वारा किए गए सात मामलों का खुलासा हुआ है। पुलिस को संदेह है कि उनके द्वारा और भी ठगी के मामले किए गए होंगे।

मामले को सुलझाने में इनका रहा योगदान

थाना प्रभारी सिविल लाईन निरीक्षक प्रदीप आर्या, थाना प्रभारी कोतवाली निरीक्षक उत्तम साहू ए.सी.सी.यू. प्रभारी उप निरीक्षक कृष्णा साहू, चंदन मरकाम, सउनि सोभनाथ यादव, अमृत साहू सीता साहू, प्रधान आरक्षक देवमुन पुहुप, बलबीर सिंह, निर्मल सिंह ठाकुर, आरक्षक विकास राम, तरूण केशरवानी, सरफराज खान, बोधुराम कुम्हार, तदबीर पोर्ते, सत्या पाटले, विरेन्द्र गंधर्व, निखील जाघव महिला आरक्षक शकुन्तला साहू व अन्य थाना स्टाॅफ।

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