

बिलासपुर पुलिस लगातार गुम बालक- बालिकाओं की तलाश कर रही है। पिछले दो सालों में अब तक 275 लापता किशोरियों को पुलिस ने ढूंढ निकाला है। दिलचस्प बात यह है कि इनमें से 42 तो माँ भी बन चुकी है। एक बार फिर ऑपरेशन मुस्कान के तहत मस्तूरी पुलिस ने दो दिनों में पांच गुम बालिकाओं को ढूंढ निकाला। इनमें से अधिकांश के मामले में अपहरण के केस दर्ज थे। साइबर सेल और अन्य माध्यमों से इन बालिकाओं को ढूंढ निकाला गया है, जिन्हें परिजनों के सुपुर्द किया गया। थाना मस्तूरी द्वारा मटिया, देवगांव जांजगीर एवं महाराष्ट्र आदि से अब तक कुल 20 बालिकाओं को ढूंढा गया है।
ग्रामीण क्षेत्रों में अधिकांश मामलों में नाबालिक किशोरिया प्रेम प्रसंग के चलते घर से भाग जाती है। ऐसे 126 केस 2022 में अलग-अलग थानों में दर्ज किए गए जबकि 2023 में अब तक इस तरह के मामलों की संख्या 149 है। इन दो सालों में बिलासपुर पुलिस ने 275 की किशोरियों को ढूंढ निकाला तो वही इन्हें भगाने वालों के खिलाफ अपहरण के 26 मामले भी दर्ज हुए हैं। अक्सर यह होता है कि पुलिस ऐसे मामलों में जब गुम बालिकाओं तक पहुंचती है तो वह या तो गर्भवती होती है या फिर बच्चों की मां बन चुकी होती है। ऐसे कई मामले पुलिस के सामने आए हैं। पुलिस को ऐसे भी मामले मिले जहां नाबालिक गर्भवती हुई तो उसका प्रेमी उसे छोड़कर भाग गया, तो वही ऐसे मामले भी पुलिस के सामने आए जब पुलिस अपहृत किशोरी तक पहुंची तो उसकी गोद में बच्चा मिला। ऐसे 42 मामले भी सामने आए हैं, जिसमे अपहृत बालिग हो गई है और उनके बच्चे भी है।
