जमीन विवाद में सौतेले भाई की हत्या के मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। चितावर तखतपुर में रहने वाला चमरू बिंझवार ने दो विवाह किया हुआ है। दोनों ही पक्ष के बच्चों में जमीन बंटवारे को लेकर विवाद होने के चलते उसने जमीन बंटवारा के लिए तहसील तखतपुर में आवेदन किया हुआ है। यह प्रकरण न्यायालय में लंबित है। संतोष बिरको चमरू की पहली पत्नी का बेटा है, तो वही दूसरी पत्नी आशाबाई से भी तीन बच्चे हैं जिसमें से बड़ी बेटी अंजना की शादी हो गई है । उससे छोटे कार्तिक राम और सबसे छोटा चुरावन है ।इनके साथ संतोष बिरको जमीन को लेकर अक्सर विवाद करता रहता है। आरोप है कि संतोष और शिव प्रसाद मारपीट करने के लिए हमेशा अपने साथ लाठी लेकर घूमते रहते हैं ।
रविवार को चमरू का बेटा कार्तिक अपनी मोटरसाइकिल से सामान खरीदने गिरधौना गया था। जब वह सामान खरीद कर वापस नहीं लौटा तो उसके पिता को चिंता हुई। इसी दौरान वीरू जायसवाल ने चुरावन को फोन कर बताया कि कार्तिक को कुछ लोग मारपीट करते हुए मोटरसाइकिल में बिठाकर चितावर बस्ती की ओर ले जा रहे हैं। जब चमरू अपने बेटे को खोजने गिरधौना गया तो देखा कि उसकी मोटरसाइकिल केशव के खेत के पास खड़ी थी। वहीं पास ही में उसकी घड़ी भी गिरी पड़ी थी। साथ ही आसपास खून के धब्बे मौजूद थे। जब वह अपने बेटे को खोजते हुए बस्ती की तरफ गया तो लोगों ने बताया कि संतोष बिरको, तेजराम बिरको, शिव प्रसाद बिरको, ओमप्रकाश बिरको ने कार्तिक के साथ मारपीट की है और उसे मोटरसाइकिल में बिठाकर कहीं ले गए हैं।
घबराकर चमरू ने इसकी रिपोर्ट थाने में की। पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज कर आरोपियों और कार्तिक की तलाश शुरू की। इस बीच पुलिस ने संदिग्ध आरोपियों को पड़कर उनसे पूछताछ शुरू की तो पता चला कि चमरू की दो पत्नियों है। पहली पत्नी का नाम लाला था, जिसकी मृत्यु हो गई है। संतोष उसका बेटा है । दूसरी पत्नी आशा से भी दो लड़के हैं, जिसमें से कार्तिक बड़ा बेटा है। संतोष के अनुसार चमरू ने खेत का बंटवारा नहीं किया है। इस कारण से सौतेले भाइयों के बीच जमीन बंटवारे को लेकर विवाद था। इस मुद्दे पर दोनों पक्षों में अक्सर गली गलौज और मारपीट भी होती रहती थी। मामले को कोर्ट में ले जाने की भी धमकी दोनों ही पक्ष देते थे।
संतोष के अनुसार उसके पिता चमरू बिंझवार ने उसके चाचा रामकुमार बिरको को भी जमीन का बंटवारा नहीं किया था, इसलिए चाचा का बेटा तीज राम बिरको और ओमप्रकाश बिरको भी अपने हिस्से की जमीन मांगते थे। यही कारण है कि संतोष के साथ तीज राम , ओमप्रकाश और उनके साथी शिवप्रसाद बिरको ने मिलकर कार्तिक की हत्या की योजना बनाई।
इसके बाद सभी ने कार्तिक की तलाश शुरू कर दी। यह सभी योजना बनाकर रविवार को खेत में कार्तिक की हत्या करने गए थे लेकिन वहां धान कटाई के कारण काफी मजदूर थे इसलिए उनकी योजना कामयाब नहीं हो पाई। इसी बीच रविवार शाम को इन्हें जानकारी मिली कि कार्तिक मोटरसाइकिल में चितावर से गिरदौना की ओर खेत के रास्ते गया है। यह सभी लाठी डंडा लेकर उसके पीछे पहुंचे और रास्ते में यह लोग कार्तिक के लौटने की प्रतीक्षा करने लगे ।
जब कार्तिक अपनी मोटरसाइकिल के साथ गिरधौना की तरफ आता दिखा तो तेजराम, शिवकुमार और ओमप्रकाश ने उन्हें घेर लिया। तीनों से डर कर कार्तिक ने अपने सौतेले भाई संतोष की ओर मदद की उम्मीद से देखा, लेकिन उसने लाठी से मार कर उसका भरोसा तोड़ दिया। इसके बाद इन लोगों ने लाठी बेल्ट आदि से कार्तिक की जमकर पिटाई की। जब वह अधमरा हो गया तो उसे तेजराम के डीलक्स मोटरसाइकिल में बिठाकर बस्ती तरफ लेकर गए। इस दौरान उसकी मोटरसाइकिल को मौके पर ही छोड़ दिया गया। कार्तिक को यह लोग महामाया मंदिर चितावर के पास ले गए, जहां उसके साथ एक बार फिर मारपीट की गई। इसके बाद इन लोगों ने उसके शरीर को नाला तालाब चितावर में फेंक दिया।
इन लोगों ने जमीन के लिए अपने ही सौतेले भाई की हत्या कर दी, लेकिन अब इन्हें हत्या के आरोप में सलाखों के पीछे जाना पड़ा है। पुलिस ने हत्या के 12 घंटे के भीतर ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने इस मामले में चितावर निवासी संतोष बिरको, तेज राम बिरको ओमप्रकाश बिरको और शिव प्रसाद बिरको को गिरफ्तार किया है, जिसमें से संतोष चमरू का बेटा है जिसने चमरू के एक और बेटे की जान ले ली। दूसरे आरोपी भी मृतक के नजदीकी रिश्तेदार है।