

शम्मी जी चिर युवा थे, यदि आज की पीढ़ी उनकी कोई भी फ़िल्म जो उनकी पहली हिट फ़िल्म ‘तुम सा नहीं देखा’ के बाद आई, देखे तो वे उन्हें दशकों पुराने हीरो नहीं लगेंगे… पृथ्वीराज कपूर के बेटे, शशि और राज साहब जैसे प्रतिभा सम्पन्न निर्देशक,एक्टर के भाई.. पर वे न तो महान निर्देशक थे न ही अपने पिता की तरह रंगमंच के जाने माने कलाकार और न ही राज साहब जैसे बड़े शो मेन.. पर शम्मी वो शख्शियत है जिन्होंने अपनी मेहनत से अपनी पहचान बनाई, वे इस बात के भी उदाहरण थे की इंसान को नाकामी से निराश नहीं होना चाहिए, नासिर हुसैन की ‘तुमसा नहीं देखा’ के पहले कुल 18 फिल्मे की और सब की सब बॉक्स ऑफिस मे फ्लॉप साबित हुई, पर वे निरंतर लगे रहे निराश नहीं हुए. इस फ़िल्म के बाद तो उन्होंने एक से बढ़ एक बेहतरीन फिल्मे दी, जैसे जंगली, कश्मीर की कली, तीसरी कसम , प्रोफेसर,.. एक लंबी लिस्ट

उनकी पहचान बनी उनकी विशिष्ट डान्स स्टाइल.. आप न तो उसे ट्विस्ट कह सकते है, न बैले न रम्भा सम्भा न चच चच चा और न ही कोई और वेस्टर्न डांस जो उन दिनों लोकप्रिय थे, दरअसल शम्मी जी की अपनी एक नेचरल बिंदास डान्स स्टाइल थी, आप उसको केवल शम्मी कपूर डांस स्टाइल ही कह सकते है, उनका अपना ईजाद किया हुआ याहू चाहे कोई मुझे जंगली कहे 🎶.. जी ये उनकी ऊर्जा से भरी यौवन से भरपूर डांस स्टाइल थी जो उनकी सभी हिट फिल्मो मे दिखी, कश्मीर की कली का शर्मीला के साथ फिल्माया गीता इशारो इशारो मे दिल देने वाले 🎶.. आप को याद होगा डांस की स्टाइल एकदम मौलिक यूनिक.
तो शम्मी कपूरजी न केवल अपनी पहचान बनाई , उन्होंने अपने कपूर खानदान की एक्टिंग की परंपरा को आगे बढ़ाया.. आज भी न जाने कितने एक्टर रोमांटिक गानो मे उनके डान्स स्टाइल की नकल करते है
पर शम्मी जी सच कहे तो
तुमसा नहीं देखा 🎶🎶🎶
संजय अनंत ©
