

श्री आनंद धाम पीठ परिक्रमा मार्ग वाराह घाट श्रीधाम वृंदावन के प्रखर राष्ट्रवादी संत सतगुरु देव रितेश्वर जी महाराज सोमवार को बिलासपुर पहुंचे थे। उन्होंने स्व लखीराम अग्रवाल ऑडिटोरियम में वर्तमान परिवेश में सनातन धर्म एवं संस्कृति के समक्ष चुनौतियां विषय पर लोगों को संबोधित किया। इससे पहले वे बिलासपुर प्रेस क्लब पहुंचे और पत्रकारों से बातचीत की। उन्होंने कहा कि पत्रकारों का प्रश्न ऐसा होना चाहिए जिससे सभी का कल्याण हो। छत्तीसगढ़ के प्रत्येक जिले में आध्यात्म का जागरण उनके द्वारा किए जाने की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि उनके छत्तीसगढ़ में लाखों धार्मिक कार्यकर्ता है, जो नशा मुक्ति और शराब बंदी के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि वे एक साधु होने के साथ भारत के नागरिक भी है इसलिए भारत और मानवता के प्रति उनका उत्तरदायित्व बनता है। छत्तीसगढ़ में नशा मुक्ति के लिए किये जा रहे हैं अपने प्रयास की चर्चा करते उन्होंने कहा नशा मुक्ति और शराबबंदी तो पूरे देश में होनी चाहिए। उन्होंने शराब के टैक्स से चलने वाली सरकार के जनता के प्रति ईमानदार होने पर संदेह व्यक्त किया।

कर्नाटक के नेताओं के बयान पर उन्होंने कहा कि जो धर्म के बारे में कुछ नहीं जानता वह भी धर्म पर बोल रहे हैं ।मणिपुर की घटना के पीछे मतांतरण को उन्होंने कारण बताया। रितेश्वर महाराज ने नशा मुक्ति का संदेश देते हुए कहा कि आने वाले पीढ़ी को अच्छे संस्कार देने की आवश्यकता है और इसके लिए सबसे महत्वपूर्ण नशा मुक्ति है । उन्होंने कहा कि गौशाला और गौठान खुलना अच्छे संकेत है लेकिन धरातल पर कितनी ईमानदारी से काम हो रहा है यह भी महत्वपूर्ण है। उन्होंने स्पष्ट किया कि अलग-अलग पंथ हो सकते हैं लेकिन धर्म सदा एक ही है और एक ही रहेगा।

