

आज गांधी जयंती के शुभ अवसर पर छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय भवन में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा का अनावरण माननीय मुख्य न्यायाधिपति महोदय श्री रमेश सिन्हा द्वारा किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ राष्ट्रगान से हुआ उच्च न्यायालय के सभी न्यायाधीशगण, महाधिवक्ता, बार एसोसिएशन के अध्यक्ष, भारत के डिप्टी सॉलिसिटर जनरल, वरिष्ठ अधिवक्तागण, रजिस्टों के अधिकारी एवं कर्मचारीगण की गरिमामय उपस्थिति में उक्त कार्यक्रम सम्पन्न हुआ ।
माननीय मुख्य न्यायाधिपति महोदय ने उपस्थित आगंतुको को संबोधित करते हुए महात्मा गांधी के 154वें जयंती पर व्यक्त किया कि महात्मा गांधी, जिन्हें प्यार से बापू के नाम से जाना जाता है, वह न केवल एक नाम है, बल्कि एक अद्वितीय प्रतिष्ठा की संस्था हैं जो जाति, धर्म व राष्ट्रों की सीमा से परे है। उच्च न्यायालय को न्यायिक व्यवस्था का उच्चतम संस्थान बताते हुए न्याय एवं निष्पक्षता का केन्द्र बताया। आगे उनके द्वारा व्यक्त किया गया कि महात्मा गांधी के आदर्शों को सम्मान देने हेतु यूनाईटेड नेशन जनरल असेएम्बली द्वारा आज के दिन को विश्व अंहिसा दिवस घोषित किया है। उनके द्वारा आज के दिन आत्मवलोकन करने एवं बापू के आदर्शों से प्रेरणा लेते हुए देश को साफ सुथरा प्रतिष्ठित एवं शांति बढ़ाने हेतु कार्य करने की आवश्यकता बतायी।
इस अवसर पर उन्होंने श्री लाल बहादुर शास्त्री जी को भी उनकी जंयती के अवसर पर याद करते हुए व्यक्त किया कि उनकी सादगी एवं निर्णायकता के लिए उन्हें देश भर में सराहा जाता है।
इस अवसर पर महाधिवक्ता श्री सतीश चन्द्र वर्मा, छ.ग. उच्च न्यायालय बार एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री अब्दुल वहाब खान तथा भारत के डिप्टी सॉलिसिटर जनरल श्री रमाकांत मिश्रा द्वारा भी संबोधित किया गया।
