जलवायु परिवर्तन एवं पर्यावरण शिक्षण पर पांचवे अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन की मेजबानी भारत ने की। इस कार्यक्रम दिल्ली के इंडियन हैबिटेट सेंटर में 19 एवं 20 आयोजित किया गया । जी 20 के तारतम्य में इस कार्यक्रम का आयोजन संयुक्त राष्ट्र संघ पर्यावरण व जलवायु परिवर्तन विभाग, यूनेस्को, मोबियस फाउंडेशन द्वारा किया गया।
इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य विश्व भर में जलवायु परिवर्तन के प्रभाव को कम करने एवम इन समस्याओं से निपटने के लिए वैश्विक स्तर पर किए जा रहे उत्कृष्ट प्रयासों को सामने लाना तथा पॉलिसी निर्धारण करना था। इस सम्मेलन में सम्पूर्ण विश्व के विभिन्न देशों से आए हुए 647प्रतिभागियों ने अपनी सहभागिता दी।इस सम्मेलन के लिए प्रस्तुत किए गए आवेदनों के आधार पर सर्वश्रेष्ठ 86 प्रोजेक्ट आइडियाज को इस सम्मेलन में प्रस्तुत करने के लिए चयनित किया गया। भारत माता स्कूल के छात्र सत्यम झा, शौर्य कश्यप , शिक्षक पानु हालदार , एवम प्राचार्य फादर सलीन पी. ने छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व किया ।
फादर सालीन ने अपने पेपर प्रेजेंटेशन में इंटरनेट गेमिंग डिसऑर्डर और उसके पर्यावरण पर पड़ने वाले प्रभावों के विषय में विश्व प्रतिनिधियों के समक्ष प्रस्तुत किया एवम उसके समाधान के अभिनव तरीकों के बारे में बताया जिस पर पॉलिसी निर्धारण किया गया।सत्यम झा और शौर्य कश्यप ने मिशन कैप्टन कूल प्रोजेक्ट की प्रस्तुति दी। जलवायु साक्षरता को वर्तमान शिक्षा प्रणाली में लागू कर किस प्रकार कार्बन उत्सर्जन को कम कर सकते है इसे प्रस्तुत किया।अपने प्रोजेक्ट में जलवायु परिवर्तन और कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए तैयार किए ऐप को बच्चो के लिए बहुत कारगर बताया।इस कार्यक्रम में यूनेप के प्रतिनिधि मंडल द्वारा बच्चो के इस प्रयास को सराहा साथ ही साथ अपने यूथ प्रोग्राम में शामिल किया।
उनके इस सफलता पर शाला के शिक्षक शिक्षिकाओं ने शाला के प्राचार्य व बच्चो को बधाई दी।