

ज़िला कांग्रेस कमेटी द्वारा आज एसईसीएल मुख्यालय के सामने धरना ,प्रदर्शन और घेराव करने के बाद महामहिम राष्ट्रपति के नाम एसईसीएल के सीएमडी को ज्ञापन सौंपा गयाऔर मांग की गई कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अडानी ग्रुप को खदान आबंटन किया गया है उसे निरस्त किया जाए । घेराव में बिल्हा ,तखतपुर, बेलतरा, कोटा,रतनपुर, मस्तूरी, सकरी , बेलगहना,से हजारो की संख्या में कांग्रेसजन आये थे , एसईसीएल में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त थे , गेट के सामने बड़ी संख्या में पुलिस कर्मी तैनात थे , मुख्य द्वार को बन्द कर एंगल से लॉक कर दिया गया था ,भीड़ इतनी थी कि सड़के पूरी तरह जाम हो गई थी जैसे कोई चक्का जाम किया हो , घेराव को समर्थन देने के लिए गारे पेलमा क्षेत्र के सरपंच चक्रधर राठिया ,राजेश त्रिवेदी बड़ी संख्या में घेराव को समर्थन देने के लिए आये थे,
ज्ञापन सौंपने वालो में जिला अध्यक्ष विजय केशरवानी, शहर अध्यक्ष विजय पांडेय, संसदीय सचिव श्रीमति रश्मि आशीष सिंह , पूर्व विधायक सियाराम कौशिक, मंडी अध्यक्ष राजेंद्र शुक्ला ,पूर्व महापौर राजेश पांडेय आदि थे ।
मंच संचालन प्रदेश प्रवक्ता विनय शुक्ला और जगदीश कौशिक ने किया ।
इस अवसर पर जिला अध्यक्ष विजय केशरवानी ने कहा कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री माननीय भूपेश बघेल प्रदेश के हित मे कोल खदानों को अडानी को नही देना चाह रहे है जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अडानी को देने में लगे हुए है ,भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ के रक्षा कवच के रूप में चट्टान की तरह खड़े हुए है इससे परेशान प्रधानमंत्री छत्तीसगढ़ सरकार को बदनाम करने ,डर-भय पैदा करने के लिए लगातार ईडी ,सीबीआई आईटी की रेड डलवा रही है , विजय केशरवानी ने कहा कि जमीन हमारी ,जंगल हमारा ,पानी हमारा पर उसका लाभ अडानी को क्यो ? केंद्र की मोदी सरकार देश की सभी केंद्रीय प्रतिष्ठानो को एक एक कर बेच रही है , एयर पोर्ट, रेल , एयर लाइन्स, बीएसएनएल , एलआईसी ,एनटीपीसी ,बंदरगाह,जो नवरत्न कम्पनियो के नाम से जाने जाते है , जब नरेंद्र मोदी सत्तासीन हुए है तब कांग्रेस के द्वारा बनाई गई प्रतिष्ठानों को अपने मित्र अडानी को ही बेच रहे है ,जब देश की पूरी संपत्ति बिक जाएगी फिर देश की अर्थ व्यवस्था कैसे चलेगा ? क्या केंद्र सरकार अडानी के रहमोकरम पर चलेगा? इन 9 वर्षों में देश का कुल कर्ज़ 155 लाख करोड़ हो गया जो 66 वर्ष में 55 लाख करोड़ थी ,नरेंद्र मोदी की गलत आर्थिक नीति का दुष्परिणाम है कि आज देश सभी क्षेत्रों में अफगानिस्तान, पाकिस्तान, श्रीलंका , बांग्लादेश जैसे देशों से पिछड़ गया है , विजय केशरवानी ने कहा छत्तीसगढ़ एक संसाधन सम्पन्न प्रदेश है जिसके पास खनिज संपदा की प्रचुरता है ,पानी है ,जंगल है, जमीन है, और भोलीभाली जनता है इसलिए केंद्र सरकार हर हाल में छत्तीसगढ़ को अडानी के हवाले करने के लिए ईडी ,सीबीआई ,आईटी के माध्यम से छत्तीसगढ़ सरकार पर दबाव बना रही है , विजय केशरवानी ने कहा कि नरेंद्र मोदी अपने मित्र उद्योगपति गौतम अडानी को 8 कोल् ब्लॉक को दे चुका है ,जिसका देखरेख, खनन , रखरखाव सभी अडानी समूह करेगा ,गारे पेलमा देश का सबसे बड़ा खदान में तीसरे नम्बर का है ,जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कौड़ी के दाम पर अडानी को सौप दिया। है , इससे छत्तीसगढ़ को बड़ी हानि होगी ,युवा बेरोजगार हो जाएगा ,जंगल काट दिए जाएंगे, पानी दूषित होगा , बिजली महंगी हो जाएगी , प्रधानमंत्री के इस निर्णय के खिलाफ कांग्रेस पार्टी आंदोलन करती रहेगी जब तक लीज निरस्त न हो जाये ।
शहर अध्यक्ष विजय पांडेय ने कहा कि चूंकि भाजपा या उसके पूर्ववर्ती पार्टी या संस्थाओ का आज़ादी की लड़ाई में कोई भूमिका नही रही है ये लोग अंग्रेजो के मुखबिर बने घूम रहे थे ,और ये चाह रहे थे कि देश कभी आज़ाद न हो इसलिए देश की सम्पत्ति को बेचने में कोई पीड़ा नही हो रही है ,कांग्रेस देश को शून्यता से शिखर तक पहुंचाया है ,इसलिए आज भी कांग्रेस देश को एक मजबूत और सशक्त राष्ट्र के रूप में देखना चाहती है ,भाजपा का व्यवहार देशहित में बिल्कुल नही है जब पुरI संपत्ति को अडानी खरीद लेगा और अन्य मोदियो की तरह विदेश चला जायेगा तब देश की स्थिति क्या होगी कोई भी भाजपा का नेता नही सोच रहा है।
संसदीय सचिव श्रीमती रश्मि आशीष सिंह ने कहा कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और बिलासपुर के सांसद अरुण साव से सीधा प्रश्न है कि गारे पेलमा की खदान को अडानी समूह को देना क्या छत्तीसगढ़ की अस्मिता और हित मे है?
छत्तीसगढ़ के युवाओं से उनका अधिकार छीना जा रहा है , यदि अरुण साव के अंदर छत्तीसगढ़िया पन है तो इस खदान आबंटन का विरोध करे और जिस भी प्लेटफार्म में खदान आबंटन की निरस्त करने के लिए जाएंगे हम खड़े रहेंगे ।
मंडी अध्यक्ष राजेंद्र शुक्ला, पूर्व विधायक सियाराम कौशिक, जगजीत मक्कड़, पूर्व महापौर राजेश पांडेय, भुवनेश्वर यादव, राजेन्द्र साहू ने भी सम्बोधित किया।
घेराव में जिला अध्यक्ष विजय केशरवानी, शहर अध्यक्ष विजय पांडेय, संसदीय सचिव रश्मि आशीष सिंह, मंडी अध्यक्ष राजेंद्र शुक्ला, पूर्व विधायक सियाराम कौशिक, जगजीत मक्कड़, नरेंद्र बोलर, पूर्व महापौर राजेश पांडेय, भुवनेश्वर यादव, विनय शुक्ला,जगदीश कौशिक, विनोद साहू, झगगर राम सूर्यवंशी, पिंकी निर्मल बत्रा, सीमा घृटेश, रामरतन कौशिक, रमेश सूर्या, राजू देवांगन, लक्की मिश्रा,जावेद मेमन, चक्रधर राठिया,राजेश त्रिवेदी, महेंद्र गंगोत्री, सिद्धांशु मिश्रा,राकेश शर्मा,नाजिम खान, नीरज जायसवाल,मनीष गडवाल , सुरेश टण्डन, राम प्रसाद साहू, शैलेन्द्र जायसवाल ,आदि उपस्थित थे।
