



रविवार को छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस के विधायक धर्मजीत सिंह ने आखिरकार विधिवत भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया। हालांकि यह कयास लंबे वक्त से ही लगाया जा रहा था। स्वयं उनके पार्टी प्रमुख अमित जोगी ने भी उनके भाजपा से बढ़ती नजदीकियों के चलते पार्टी से बाहर कर दिया था। रविवार को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव की उपस्थिति में लोरमी से जनता कांग्रेस के विधायक धर्मजीत सिंह के साथ रिटायर्ड वन अधिकारी एसडी बरगहिया और धर्मेंद्र गिरी गोस्वामी ने भी भाजपा का दामन थामा।

धर्मजीत सिंह ने 2016 में ही कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के साथ मिलकर छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस बनाई थी, जिनके 5 विधायक चुनाव में जीत कर आए थे और पार्टी को 11% वोट मिला था। लेकिन अजीत जोगी के निधन के बाद उनकी पार्टी बिखर गई जिसके बाद धर्मजीत सिंह को किसी मजबूत पार्टी की जरूरत थी। लंबे वक्त से वे भाजपा के संपर्क में नजर आ रहे थे। बताया जा रहा है कि धर्मजीत सिंह आगामी विधानसभा चुनाव तखतपुर से लड़ना चाहते हैं और इसी शर्त पर उन्होंने भाजपा ज्वाइन की है। इधर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने धर्मजीत सिंह के भाजपा में शामिल होने पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वे अपना बुढ़ापा खराब कर रहे हैं, जिस पर धर्मजीत सिंह ने पलटवार किया और कहा कि आने वाले विधानसभा चुनाव में ही पता चल जाएगा कि किसका बुढ़ापा खराब होने वाला है। उन्होंने प्रदेश में भाजपा सरकार बनने का भी दावा किया।
