आकाश दत्त मिश्रा
बिलासपुर में स्वर्ण भूमि कंस्ट्रक्शन के नाम पर बिल्डर जयसवाल बंधुओं द्वारा सैकड़ों लोगों को चूना लगाकर 15 करोड़ से अधिक की ठगी का आरोप लगाया गया है। पुलिस पूछताछ में भी जयसवाल बंधुओं ने स्वीकार किया कि उन्होंने 50 से 60 लोगों को ठगी का शिकार बनाया है। सरकंडा अशोकनगर और कई स्थानों पर स्वर्ण भूमि कंस्ट्रक्शन का दफ्तर खोल कर पर्ची आदि के माध्यम से लोगों को कम कीमत पर जमीन और मकान दिलाने का झांसा देकर एग्रीमेंट किया गया और पैसे लेने के बाद रजिस्ट्री ही नहीं कराई गई। इस मामले में पुलिस ने भीड़ द्वारा पकड़े गए संतोष जयसवाल और संदीप जयसवाल को आरोपी बनाया तो वही सरकंडा पुलिस ने अंजना खरे को प्रार्थी बनाकर इनके खिलाफ शिकायत दर्ज की।
बताया जा रहा है कि जयसवाल बंधुओं और उनके साथियों द्वारा जमीन खरीदी बिक्री के नाम पर धोखाधड़ी के शिकार 50 से 60 लोग हैं। उनका कहना है कि उनकी f.i.r. दर्ज नहीं की जा रही । इस मुद्दे पर पीड़ित पक्षकारों ने मुख्यमंत्री से लेकर आईजी और एसपी तक शिकायत की है, जिनका कहना है कि स्वर्ण भूमि कंस्ट्रक्शन जैसी फर्जी संस्था द्वारा लोगों से एग्रीमेंट किया गया लेकिन किसी की रजिस्ट्री नहीं की गई और पैसा मांगने पर भी उनके द्वारा गाली गलौज और मारपीट की धमकी दी गई। पीड़ित पक्षकारों का कहना है कि पहले ही 2022 में स्वर्ण भूमि एंड कंस्ट्रक्शन के संचालक संतोष जयसवाल संदीप जयसवाल और सचिन जायसवाल के खिलाफ एफ आई आर दर्ज हो चुका है। इस दौरान 30 से अधिक पीड़ित परिवारों ने अपने दस्तावेज भी थाने में जमा किए थे। इस फर्जीवाड़े में संतोष जायसवाल और संदीप जयसवाल के अलावा सचिन जयसवाल, दीपक जयसवाल, अजय जयसवाल और उनके कई साथी लिप्त है, जिनके खिलाफ एफ आई आर दर्ज ना होने पर पीड़ित पक्षकारो ने एसपी और आईजी से शिकायत कर रकम वापस दिलाने की गुहार लगाई है।
शिकायतकर्ता ने बताया कि स्वर्ण भूमि कंस्ट्रक्शन के नाम पर लोगों से एडवांस पैसे लिए गए। न तो वापस पैसा वापस किया जा रहा है और ना ही जमीन और घर दिया जा रहा है। पहले भी शिकायत और जेल जाने के बाद जायसवाल बंधुओ में कोई सुधार नहीं हुआ और उन्होंने और भी लोगों को अपना शिकार बनाया। स्वर्ण भूमि कंस्ट्रक्शन की संपत्ति सीज कर पीड़ित पक्षकारों को रकम दिलाने की मांग की गई है । बड़ी संख्या में पीड़ित पक्षकारो ने एसपी और आईजी ऑफिस में ज्ञापन सौंपकर अपनी पीड़ा सुनाई।