

यूनुस मेमन

हाई कोर्ट से जमानत दिलाने के नाम पर पीड़ित पक्ष से करीब 6 लाख रुपए की ठगी कर ली गई। दुर्ग में धमधा क्षेत्र के नंदिनी नगर निवासी शशि बंदे के पिता दशरथ भारती और दो भाई हत्या और बल्व के मामले में जेल में बंद है ।दुर्ग जिला और सत्र न्यायालय से उन्हें आजीवन कारावास की सजा हुई है। आरोपी की बेटी उन्हें जमानत दिलाने की कोशिश कर रही है। इस दौरान उसके परिचित पारस बेहरा और रजनी बेहरा के माध्यम से उनकी मुलाकात उसलापुर में रहने वाले कुलदीप पांडे से कराई गई। कुलदीप बिल्हा में पटवारी के पद पर पदस्थ है । उसने भरोसा दिलाया कि हाई कोर्ट के जज से उसका घनिष्ठ परिचय है और उसने महिला के पिता और भाइयों की जमानत दिलाने के लिए ₹6 लाख की मांग की। महिला ने 2019 में एडवांस में उसे डेढ़ लाख रुपए दिए।
बाद में फिर से 49,000 रु दिए। अगली किस्त के रूप में ढाई लाख रुपए दिए गए। इस तरह कुल ₹6 लाख जमा कर दिए गए । इधर कुलदीप जमानत की प्रक्रिया के नाम पर उन्हें घूमाता रहा और जमानत हो जाने के नाम पर फिर से डेढ़ लाख रुपए ले लिए। शातिर कुलदीप ने पीड़ित पक्ष को जमानत के फर्जी दस्तावेज भी दिखाये लेकिन इससे क्या होना था। जाहिर तौर पर शशि के परिजनों की जमानत नहीं हुई। जिसके बाद उसने धोखेबाज कुलदीप के खिलाफ सिरगिट्टी थाने में शिकायत दर्ज कराई।
इधर जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि हाल ही में फर्जी जमीन दस्तावेज तैयार करने के मामले में सकरी पुलिस ने पटवारी कुलदीप को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है और आरोपी वर्तमान में जेल में है, जहां से पुलिस प्रोटेक्शन वारंट पर लेकर उससे पूछताछ करने की तैयारी में है।
