सस्ते में जमीन और मकान बेचने का झांसा देकर सैकड़ो लोगों को ठगने वाले दो प्रॉपर्टी डीलरों के खिलाफ आखिरकार सरकंडा पुलिस ने किया धोखाधड़ी का मामला दर्ज, 2 दिन पहले लोगों ने कलेक्ट्रेट के सामने की थी जमकर पिटाई

बिलासपुर में सस्ते में जमीन और मकान दिलाने के नाम पर लोगों को ठगने वाले संदीप जायसवाल और संतोष जयसवाल की सोमवार को लोगों ने कलेक्ट्रेट के सामने जमकर पिटाई कर दी थी। वह तो किस्मत अच्छी थी कि सही समय पर पुलिस आ गई , नहीं तो न जाने क्या होता। भीड़ ने बताया कि इन भाइयों ने शहर के 60- 70 लोगों को चुना लगाया है। जब यह ठग सोमवार को लोगों के हाथ लगे तो इन्हें रजिस्ट्री ऑफिस से पीटते हुए लोग कलेक्ट्रेट लेकर आए। बाद में सरकंडा पुलिस ने इन्हें अपने कस्टडी में ले लिया। भीड़ ने बताया था कि यह लोग दूसरों की जमीन दिखाकर एग्रीमेंट करते हैं और फिर बाद में पैसा वापस नहीं करते। इन लोगों द्वारा सैकड़ों लोगों के साथ ठगी कर 15 करोड़ से ज्यादा का चूना लगाने का आरोप लगाया गया। इस मामले में आखिरकार सरकंडा पुलिस ने एफ आई आर दर्ज कर लिया है।


वैसे तो इन भूमाफिया भाइयों संतोष जयसवाल और संदीप जयसवाल ने ना जाने कितनों को ठगा है लेकिन पुलिस ने राम निकेतन सरकंडा में रहने वाली अंजना खरे की शिकायत पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। अंजना खरे ने बताया कि उन्हें मकान की आवश्यकता थी। इसी दौरान उन्होंने भूमि कंस्ट्रक्शन का विज्ञापन देखा। भूमि कंस्ट्रक्शन के नाम पर घर-घर पंपलेट बांटे जा रहे थे, जिसमें कम कीमत पर मकान और जमीन देने की बात कही गई थी। अंजना खरे ने भूमि कंस्ट्रक्शन के अशोक नगर स्थित ऑफिस में संपर्क किया, जहां उन्हें संतोष जायसवाल, दीपक जायसवाल और सचिन जयसवाल मिले, जिन्होंने आकर्षक स्कीम बताते हुए 1000 वर्ग फीट में मकान बनाकर देने की बात कही। दोनों के बीच 25 लाख रुपए में सौदा हुआ और बुकिंग के दौरान ₹21000 एडवांस लेकर टोकन काट दिया गया। कुछ दिन बाद संतोष जायसवाल, संदीप जयसवाल और सचिन जयसवाल ने 3 लाख रुपये जमा करने को कहा और एक माह के भीतर रजिस्ट्री कराने की बात हुई, जिस दिन आंजना खरे रजिस्ट्री कराने रजिस्ट्री ऑफिस पहुंची तो वहां कोई भी नहीं पहुंचा था। रंजना खरे ने तीनों को फोन लगाया तो उनके फोन स्विच ऑफ बता रहे थे। इस दौरान अंजना खरे को पता चला कि इन तीनों भाइयों ने मिलकर सैकड़ों लोगों को चूना लगाया है। वे इसी तरह पैसे लेकर किसी और के नाम से इकरारनामा बना देते थे और बाद में रजिस्ट्री करने पहुंचते ही नहीं थे।

उनके झांसे में आकर अंजना जब 19 जुलाई की सुबह 11:00 बजे रजिस्ट्री ऑफिस पहुंची तो उन्हें खुद के ठगे जाने का पता चला, जिसके बाद उन्होंने सरकंडा थाने में मामला दर्ज कराया। इसी दौरान सोमवार को दो आरोपी ऐसे लोगों के हाथ लग गए जिन्हें इन लोगों ने धोखा दिया था। लोगों ने पहले तो उसे उन्हें जमकर पीटा फिर पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे अलग-अलग ऑफिस खोल कर ग्राहकों को कम कीमत पर प्लॉट और मकान देने का झांसा देते थे। इस तरह उन्होंने 50 -60 लोगों से एडवांस लेकर धोखाधड़ी किया है। पुलिस ने फिलहाल रामायण चौक चांटीडीह निवासी संतोष जयसवाल और संदीप जायसवाल के खिलाफ मामला दर्ज किया है हालांकि इस ठगी में सचिन जयसवाल भी शामिल है। वही ठगे गए लोगों का कहना है कि ठगों से उनके पैसे वापस दिलाया जाए, तो बात बने।

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