बिलासपुर। श्री पीताम्बरा पीठ के आचार्य दिनेश महाराज को अखिल भारतीय संत समिति धर्म समाज ने सनातन धर्म के प्रचार और विस्तार के लिए छत्तीसगढ़ का प्रमुख बनाया है। संत समिति के संयोजक आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी विशोकानंद भारती महाराज ने उन्हें शाल श्रीफल से सम्मानित कर ये महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी। आचार्य दिनेश महाराज को छत्तीसगढ़ प्रमुख बनाने का संत समिति के सभी संतों व पदाधिकारियों ने समर्थन किया। इस अवसर पर मौजूद अखिल भारतीय संत समिति धर्म समाज के राष्ट्रीय संयोजक आचार्य सुभेष शर्मन ने कहा कि आचार्य दिनेश अब छत्तीसगढ़ के सभी जिलों में सनातन धर्म के लिए प्रमुखों की नियुक्ति कर प्रचार व विस्तार की व्यवस्था बनाएंगे।
आचार्य दिनेश महाराज ने कहा कि अब उन्हें मां पीताम्बरा पीठ की सेवा के अलावा सनातन धर्म के प्रचार व विस्तार करने का सौभाग्य मिला है। उन्होंने बताया कि वे हरिद्वार में 9 व 10 अप्रैल व नागपुर में 13 अप्रैल को आयोजित संत समाज के सम्मेलन में छत्तीसगढ़ प्रमुख के रूप में शामिल होंगे और सनातन धर्म का प्रचार करेंगे।
त्रिदेव मंदिर बना पीतांबरा पीठ
आचार्य दिनेश महाराज ने बताया कि ब्रह्मलीन गुरुदेव स्वामी शारदानंद सरस्वती महाराज की इच्छा थी कि पीतांबरा पीठ को त्रिदेव मंदिर बनाया जाए। उनकी इच्छा के अनुरूप पीतांबरा पीठ के निचले तल में भगवान शंकर के रूप में 108 किलो वजनी पारद शिवलिंग की स्थापना की गई। प्रथम तल में मां बगलामुखी की अचल प्रतिमा विराजित की गई और मंदिर के द्वितीय मंजिल पर श्रीराम की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा की गई।
सरकंडा सुभाष चौक स्थित श्री पितांबरा पीठ में अब तक सभी प्रकट और गुप्त नवरात्रि पर विशेष अनुष्ठान आयोजन होते थे। अब से इस त्रिदेव मंदिर में सावन, महाशिवरात्रि और श्री राम नवमी पर भी अनुष्ठान संपन्न कराए जाएंगे। वही समय-समय पर अन्य धार्मिक अनुष्ठान भी यहां होंगे। साथ ही सनातनम धर्म एवं परंपराओं की जड़े और मजबूत करने का प्रयास भी आचार्य दिनेश चंद्र जी महाराज एवं श्री पितांबरा पीठ के माध्यम से संपन्न किया जाएगा।