
आकाश दत्त मिश्रा

धार्मिक स्थलों को पर्यटन केंद्र की तरह विकसित नहीं करना चाहिए, इससे कई विकृतियां पैदा होती है। समवेत शिखर इसका ज्वलंत उदाहरण है। बिलासपुर से भी करीब 90 किलोमीटर दूर भनवारटंक स्थित मरही माता का मंदिर भी ऐसी ही परिस्थितियों से गुजर रहा है। लोग यहां दर्शन के लिए आते हैं तो वही पहाड़ी और जंगल का इलाका कुछ लोगों के लिए पर्यटन एवं पिकनिक का केंद्र है, जिनके द्वारा यहां मांस मदिरा का भक्षण किया जाता है। जिसके कारण कुछ लोगों द्वारा यहां मंदिर के आसपास ही शराब की बिक्री की जा रही है । जिससे मंदिर के आसपास का इलाका प्रदर्शित हो रहा है। ऐसा नहीं है कि इसकी जानकारी पुलिस को नहीं है, लेकिन बार-बार शिकायत के बावजूद बेलगहना चौकी प्रभारी बल की कमी बताकर जिम्मेदारियों से बचते दिख रहे हैं। आरोप है कि कार्रवाई करने की बजाय उल्टे पुलिस तस्करों को शिकायतों की जानकारी दे देती है।

इसे लेकर भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य धनंजय गोस्वामी ने एसपी से लिखित शिकायत की है। उन्होंने मंदिर के आसपास प्रदूषित होते माहौल को सुधारने का आग्रह किया है। भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य धनंजय गिरी गोस्वामी के अलावा भारतीय जनता पार्टी के विधि प्रकोष्ठ के संयोजक अमित सोनी, बजरंग दल जिला संयोजक मनीष कौशिक, बॉबी वर्मा ने शिकायत करते हुए बताया कि मरही माता मंदिर के आसपास टीपू उर्फ सरताज, मोटू पासवान आदि द्वारा शराब बिक्री की जाती है जिन्हें मना करने पर वे गाली गलौज और मारपीट पर उतारू हो जाते हैं, इसलिए स्थानीय लोग भी उनसे डरते हैं। पुलिस की कार्यवाही ना होने से ऐसे तत्वों के हौसले बढ़ते जा रहे हैं। ज्ञापन सौंपते हुए इन तत्वों पर नकेल कसने की मांग की गई है। साथ ही कहा गया है कि अगर इस मामले में सख्त कार्रवाई नहीं हुई तो सनातनी हिंदू समाज की ओर से बेलगहना चौकी के समक्ष धरना प्रदर्शन किया जाएगा।

