आलोक मित्तल

चोरो को पकड़ने के लिए थानेदार को वर्दी और पिस्टल दी जाती है, लेकिन तब क्या हो जब यह वर्दी और हथियार ही चोरी हो जाए। यह अजीबोगरीब घटना हुई है सारनाथ एक्सप्रेस में । चोरी की जांच कर लौट रहे उड़ीसा पुलिस के टीआई और आरक्षक की वर्दी और हथियार ही चोर चुरा ले गए। उड़ीसा के बलांगीर जिले के सदर थाना क्षेत्र के ग्राम मुरसी पाती निवासी शरूबाबू छत्रिया पुलिस विभाग में निरीक्षक के पद पर कार्यरत हैं। उनकी तैनाती संबलपुर थाने में है। वे दो आरक्षक दिलेश्वर प्रधान और मिनकेतन बरुआ के साथ लखीमपुर खीरी गए थे । 28 फरवरी को वे सारनाथ एक्सप्रेस से लौट रहे थे। ट्रेन के b2 कोच में 66 नंबर सीट पर प्रयागराज से बिलासपुर तक उनकी टिकट बुक थी ।रात करीब 10:30 बजे उन्होंने खाना खाया और सीट के नीचे बैग में वर्दी ,टोपी 9mm पिस्टल और 14 राउंड कारतूस के डिब्बे को रख दिया। पिस्तौल में 10 राउंड कारतूस अलग से लोड था। रात में वे सभी सो गए। सुबह करीब 5:30 बजे जब उनकी नींद खुली तो उनका बैग गायब मिला। उस वक्त ट्रेन पेंड्रा रोड स्टेशन पहुंचने वाली थी।

माना जा रहा है कि पुलिस अधिकारी का बैग अनूपपुर और जैतहरी स्टेशन के बीच उस समय चोरी हुई है जब पुलिसकर्मी गहरी नींद में थे। कोई चोर उनका बैग लेकर चला गया। इधर पुलिस अधिकारी की वर्दी और पिस्टल चोरी होने की खबर से तहलका मच गया। बिलासपुर से इस घटना की सूचना शहडोल जीआरपी के अलावा अन्य जीआरपी थाना को भेजी गई है। सीसीटीवी फुटेज से भी चोर की तलाश की जा रही है। थानेदार के साथ मौजूद दोनों आरक्षक आरपीएफ पोस्ट अमरपुर से थे जो चोरी का मामला सुलझाने लखीमपुर-खीरी गए थे। लौटने के दौरान उनके साथ यह घटना घटी। चोरी सुलझाने गए थानेदार की वर्दी और पिस्टल ही चोरी चली गई।

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