
आकाश दत्त मिश्रा

प्रदेश में अखिल भारतीय कांग्रेस पार्टी का 85 वा अधिवेशन होने वाला है जिसे लेकर प्रदेश के सभी कांग्रेसी जनप्रतिनिधियों एवं कार्यकर्ताओं में काफी उत्साह है। राहुल गांधी के भारत जोड़ो यात्रा के साथ-साथ प्रदेश में कांग्रेस ने हाथ से हाथ जोड़ो यात्रा शुरू की, जिसका कोई खास असर नहीं देखा गया। इसी के साथ ही विधानसभा क्षेत्रों में जो नेतागण टिकट की उम्मीद लगाए बैठे हैं उन नेताओं ने अब कार्यकर्ताओं को समेटने की कवायद शुरू कर दी है।इसी क्रम में मुंगेली कांग्रेसी नेताओं ने भी अपने कार्यकर्ताओं को रिझाने के लिए अब भव्य पार्टियां देना शुरू कर दिया है। जिस वजह से अब कार्यकर्ताओ की मौज है। वही मुंगेली कांग्रेस में गुटबाजी साफ उभर कर सामने आने लगी है। जिस वजह से कार्यकर्ता भी दो फाड़ हो चुके हैं। विधानसभा टिकट की आस लगाए नेतागण अपने अपने कार्यकर्ताओं को लेकर आसपास के पर्यटन क्षेत्रों में पिकनिक के लिए ले जा रहे हैं। जिसे देखकर अन्य नेताओं ने भी यह काम शुरू कर दिया है। बीते सप्ताह कांग्रेस के दो गुटों के द्वारा अपने अपने कार्यकर्ताओं को लेकर एक सम्मेलन रूपी शानदार पिकनिक का आयोजन किया गया। पिकनिक की चर्चा पूरे मुंगेली के चौक चौराहों पर रोज हो रही है। मुंगेली कांग्रेस के एक गुट ने अरपा भैसाझार में अपने कार्यकर्ताओं के लिए अच्छा खासा इंतजाम किया तो वही दूसरे गुट ने कवर्धा जिले के क्षीरपानी में कार्यकर्ताओं के लिए शानदार पार्टी की व्यवस्था की,,, बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं को एकत्रित कर पार्टी को मजबूत बनाने संबंधी संदेश भी दिए गए साथ ही बड़े स्तर पर आयोजन किया गया।
मिली जानकारी के अनुसार सभी कार्यकर्ताओ को पिकनिक स्पॉट तक ले जाने वाहनों का इंतज़ाम किया गया था , पिकनिक स्थल पर पहुंचने पर सभी कार्यकर्ताओ के सम्मान समारोह का आयोजन किया गया,, आयोजन कर्ता नेतागणों ने कार्यकर्ताओ के बीच आगामी चुनावों को लेकर पार्टी हित और व्यक्तिगत हित मे भाषण दिए,जिसे कार्यकर्ताओ ने खूब सराहा आयोजित कार्यक्रमों मे तरह तरह के बड़ी मात्रा मे शाकाहारी मांसाहारी व्यंजनों के साथ साथ सभी स्तर के पेय पदार्थो की भरपूर व्यवस्था की गयी थी। तत्पश्चात लोगो ने अपनी रूचि अनुसार तरह तरह के खेल भी खेले जिसमे सबसे अधिक रूचि लोगो ने बावन परियो के खेल मे दिखाई।
कवर्धा जिले के क्षिरपानी मे आयोजित कार्यक्रम मे कार्यक्रम स्थल की ज़िम्मेदारी समाहलने वालों ने भी कार्यक्रम भरपूर सराहा और अपने जीवन काल मे इससे शानदार कार्यकर्ताओ का सम्मेलन कार्यक्रम नहीं देखे होने की बात कहीं।
भैसाझार में आयोजित कार्यक्रम में तकरीबन 600 से 700 लोगों की उपस्थिति दर्ज की गई तो वहीं छीरपानी में आयोजित कार्यक्रम में तकरीबन 2000 लोग उपस्थित हुए। आयोजन में वीआईपी लोगों के लिए अलग से कपड़ों की व्यवस्था की गई थी वही कार्यकर्ताओं को एक समूह में व्यवस्थित तरीके से बिठाया गया था।
कार्यक्रमों की खास बात यह रही कि आयोजन कर्ताओं ने स्वयं एक-एक कार्यकर्ता को अपने हाथ से भोजन परोसा और साथ ही एक-एक कार्यकर्ता को सम्मानित किया।
ना सिर्फ देश जोड़ो, हाथ से हाथ जोड़ो बल्कि कार्यकर्ताओ को कैसे जोड़े ये मुंगेली कांग्रेस के नेतागणों से प्रदेश सरकार को सीखने की आवश्यकता महसूस होने लगी है,, बशर्ते ये आयोजन अलग अलग समूह मे होने की बजाय एक साथ संपन्न हो तो कार्यक्रम के नतीजों पर आगामी अधिवेशन मे आलाकमान निश्चित ही मुंगेली कांग्रेस का पीठ थपथपायेगी, इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता।
