

बिलासपुर के इन्दु उद्यान चौक में गर्भवती महिला की संदेहास्पद मौत की गुत्थी को सिविल लाइन पुलिस ने सुलझा लिया है। अपने छोटे भाई की गैरमौजूदगी में उसकी पत्नी पर बड़े भाई की नियत खराब हो गई थी, जिसने मकसद पुरा ना होने पर भाई की पत्नी की जान ले ली।
पति के गायब होने से पुलिस को पति पर था शक
इन्दु उद्यान चौक के पास रहने वाले पीटर सिंह की पत्नी सत्या सिंह की लाश उसके ही कमरे के बिस्तर पर मिली थी। दाबेली बेचकर परिवार का गुजर-बसर करने वाला पीटर सिंह पैरों से विकलांग है। बताया गया कि सोमवार को वह नागपुर गया था। इसी दौरान उसकी पत्नी की मौत हो गई। परिजन उसकी मौत को स्वाभाविक बताने का प्रयास कर रहे थे जबकि सत्या के मायके वालों का आरोप था कि उनकी बेटी की हत्या की गई है ।जांच में पुलिस ने पाया कि सत्या सिंह के चेहरे पर नाखून के निशान है, तो वहीं बिस्तर पर खून के निशान भी मिले। पुलिस को शक था कि सत्या की हत्या के पीछे उसके पति की ही भूमिका हो सकती है।

पूछताछ में जेठ पर शक गहराया
पुलिस ने जानकारी जुटाई तो पता चला कि पीटर के कुल चार भाई है। घटना वाले दिन पीटर नागपुर गया था। वहीं इसका एक भाई आकाश पिछले 2 दिनों से तखतपुर में है। एक और भाई लुईस कोरिया जिले में रहता है । यानी घटना वाले रात घर पर केवल पीटर का एक भाई प्रकाश सिंह मौजूद था। पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की तो वह शुरू से ही बार-बार बयान बदलता नजर आया, जिससे पुलिस का संदेह उस पर बढ़ता चला गया।
पुलिस के कड़ाई से पूछताछ करने पर प्रकाश सिंह ने ही सत्या का गला दबाकर उसकी हत्या करने की बात कबूल कर ली । सत्या का जेठ प्रकाश सिंह चेहरे से ही अपराधी दिख रहा था इसलिए पुलिस का उस पर शक गहराता चला गया

अपने ही छोटे भाई की पत्नी पर थी प्रकाश की बुरी नजर
पता चला कि सोमवार को पीटर के नागपुर जाते ही गर्भवती सत्या सिंह ने अपने कमरे का दरवाजा बंद कर लिया था। बताया जा रहा है कि जैसे ही पीटर नागपुर जाने के लिए निकला मौका पाकर शराब के नशे में धुत्त प्रकाश सिंह अपनी बहू के कमरे में घुस गया और उसके साथ जोर जबरदस्ती करने लगा। पिटर के भतीजे बंटी ने प्रकाश सिंह को सत्या के कमरे में जाते भी देखा, उसने उसे रोकने भी की भी कोशिश की लेकिन बंटी भी अत्यधिक नशे में होने के कारण उसे रोक नहीं पाया। बताया जा रहा है कि प्रकाश सिंह ने गर्भवती सत्या के साथ जोर जबरदस्ती करने की कोशिश की लेकिन सत्या शोर मचाने लगी तो उसने सत्या का मुंह दबा कर उसका गला घोट दिया और बाद में आकर अपने कमरे में सो गया ।
मृतिका के ससुराल वाले स्वाभाविक मौत बताने का कर रहे थे प्रयास
रात करीब 11:00 बजे घर के अन्य सदस्यों को सत्या की मौत का पता चला , जिन्होंने सिविल लाइन पुलिस को स्वाभाविक मौत की बात कही, लेकिन पुलिस को जांच के दौरान मृतिका के चेहरे पर नाखून के निशान और चोट भी नजर आए। साथ ही बिस्तर पर खून के निशान भी मिले ।
पुलिस ने परिजनों को थाने लाकर पूछताछ शुरू की। इस दौरान प्रकाश सिंह लगातार झूठ बोल रहा था, जिससे पुलिस का शक बढ़ता चला गया । इधर एसीसीयू की टीम ने नागपुर जा रहे पीटर को रास्ते में ही अपने कब्जे में लिया और जानकारी जुटाई तो पता चला कि पीटर सच कह रहा था।
पता चला कि आरोपी 28 वर्षीय प्रकाश सिंह पीटर का बड़ा भाई था है और वह शराबी है। उसकी पत्नी भी उसे चार-पांच महीने छोड़कर चली गई है, शायद इसी कारण से उसकी अपने भाई की ही पत्नी पर बुरी नजर थी। यह भी पता चला कि सत्या अपने ससुराल में खुश नहीं थी और वह मायके में रह रही थी। 10 दिन पहले ही उसका पति उसे लेकर ससुराल गया था, जहां उसके जेठ ने उसकी हत्या कर दी।
