
आलोक मित्तल

सिरगिट्टी नजर लाल पारा में रहने वाला 53 वर्षीय दिलहरण लाल यादव शराब पीकर अपनी पत्नी रामायण बाई और बेटे से अक्सर झगड़ा करता था। 30 सितंबर की शाम भी वह शराब पीकर आया और गाली गलौज करने लगा। पिता की हरकत से उसके पुत्र रोशन यादव उर्फ छोटू यादव के सब्र का बांध टूट पड़ा और उसने बेल्ट, घूंसे से दिल हरण यादव की पिटाई शुरू कर दी। इसमें उसकी मां ने भी साथ दिया। दिल हरण के बेहोश होने तक दोनों ने उसे पीटा, लेकिन जब वो अचेत हो गया तो दोनों घबरा गए और इलाज के लिए उसे अस्पताल ले जाने लगे लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। लेकिन पूरे घटना को छुपाकर गुपचुप तरीके से दिल हरण यादव के अंतिम संस्कार की तैयारी कर ली गई थी, इस बीच संदेह होने पर दिल हरण के बड़े बेटे सुनील यादव ने थाने पहुंचकर इसकी जानकारी दे दी, जिसके बाद पुलिस ने पूछताछ की तो रामायण बाई और रोशन यादव ने हत्या की बात स्वीकार कर ली। पुलिस ने हत्या के आरोप में मृतक के पुत्र और पत्नी को गिरफ्तार कर लिया है।
