
आलोक मित्तल

कांग्रेस पर कुशासन का आरोप लगाते हुए भारतीय जनता पार्टी आगामी 11 नवंबर को महतारी हुंकार रैली का आयोजन कर रही है, जिसमें एक लाख से अधिक महिला कार्यकर्ताओं के जुटने की उम्मीद है, तो वही इस रैली में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी भी पहुंचेंगी। हालांकि राज्य सरकार और जिला प्रशासन ने इस रैली को हरी झंडी नहीं दी है, लेकिन भारतीय जनता पार्टी आर-पार की लड़ाई के मूड में है।

केंद्रीय मंत्री के बिलासपुर पहुंचने के मद्देनजर कांग्रेस ने उनका विरोध करने का फैसला किया है। बुधवार को कांग्रेस जिला अध्यक्ष ग्रामीण विजय केसरवानी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में कानून व्यवस्था उत्तर प्रदेश महाराष्ट्र गुजरात बिहार से बेहतर है, लेकिन छत्तीसगढ़ को बदनाम करने के लिए इस तरह का प्रोपोगेंडा किया जा रहा है। पेट्रोल डीजल के दाम के नाम पर भी स्मृति ईरानी पर कटाक्ष किए गए। उनकी शैक्षणिक योग्यता पर भी सवाल खड़े किए जा रहे हैं। जाहिर है जब स्मृति ईरानी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी हमलावर नजर आ रही है तो पलटवार करते हुए कांग्रेस ने भी आरोप लगाने ही थे।
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के बिलासपुर आगमन के दौरान उन्हें काला झंडा दिखाकर विरोध प्रदर्शन का फैसला कांग्रेस द्वारा किया गया है। बिलासपुर में ट्रेनों की लेटलतीफी और ट्रेनों के निरस्त होने के मुद्दे पर भी स्मृति ईरानी को घेरने की तैयारी है।
एक तरफ भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता 11 नवंबर को राज्य सरकार का विरोध करेंगे तो कांग्रेस भी भाजपा नेता के विरोध प्रदर्शन की तैयारी कर रही है। कुल मिलाकर 11 नवंबर हंगामा खेज रहने वाला है, इतना तो तय है।
