
आलोक मित्तल

बिलासपुर का नटवरलाल दयानंद पासवान। ऐसा कोई सगा नहीं जिसको दयानंद ने ठगा नहीं। पत्नी के वकील होने का धौंस दिखाकर और खुद को बड़ा जमीन कारोबारी बताकर किसी से भी उधार लेना और फिर उसे ना चुकाना, जमीन लेनदेन में फर्जीवाड़ा दयानंद पासवान की पहचान है। बिहार से बिलासपुर आकर जमीन कारोबार के नाम पर केवल धोखाधड़ी करने वाला सिरगिट्टी गणेश नगर तिफरा निवासी दयानंद के खिलाफ न जाने कितने मामले बिलासपुर शहर के अलग-अलग थानों में दर्ज है। लिंगियाडीह सरकंडा निवासी रामनरेश कश्यप ने भी दयानंद पासवान के साथ जमीन बिक्री का इकरारनामा किया था।

चेक लेकर वह फरार हो गया जिसकी शिकायत तार बाहर थाने में की गई थी। लेकिन शातिर दयानंद पासवान अपनी पहचान छिपाकर कोरबा और रायगढ़ में बार-बार जगह बदल कर छुपते हुए गिरफ्तारी से बचने का प्रयास कर रहा था। इस शातिर आरोपी के खिलाफ एसएसपी ने ₹5000 के इनाम की भी हाल ही में घोषणा की थी। वहीं पुलिस की एक टीम लगातार उसकी तलाश कर रही थी। तोरवा पुलिस की एक टीम मोबाइल लोकेशन और फील्ड वर्क के आधार पर रायगढ़ पहुंची, जहां किरोड़ीमल से उसे घेराबंदी कर पकड़ा गया।
