
पखांजुर से बिप्लब कुण्डू–24/9/22

पखांजुर–
विगत 8 सितंबर से रसोइया संघ अपने 3 सूत्रीय मांग को लेकर अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चले गए थे जो कि आज 17 दिन तक हड़ताल पर डटे हुए है।जिसको देखते हुए पूर्व विधायक मंतुराम पवार ने आज मंच पर पहुच कर रसोइया संघ को समर्थन दिया,उन्होंने कहा कि प्रदेश में रसोंईया अपने तीन सूत्री मांगों को लेकर 17 दिनों से लग-भग 1.40 (एक लाख चालीस हजार) से भी अधिक रसोंईया हड़ताल पर हैं,इनकी मांगे,
1-इन्हें शासन द्वारा नियुक्ति पत्र दी जावे,जिस तारिख से कार्य में लगे हैं
2-सभी रसोईयों को कलेक्टर दर पर मानदेय दिया जावे,
3-प्रदेश के सभी रसोंईया को बीना भेद-भाव के शासन स्थाई तोर पर नियुक्ति कर बीच में निकाल बहार करना बंद कर दे।
छत्तीसगढ़ शासन के कर्मचारियों में से सबसे मेहनती और अपने कार्य के प्रति निष्ठावान,पर एक मजदूर से भी कम मानदेय प्राप्त करने वाले इन रसोंईयों को प्रति दिन 50 रुपये तथा माह में मात्र 1500 {एक हजार पांच सौ} रुपये दिया जाता है….यदि राज्य सरकार में थोड़े बहुत भी नैतिकता है तो बीना देरी किये, रसोंईया के मांगे को गंभिरता से लेते हुये,मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को कलेक्टर दर से मानदेय देना का आदेश जल्द से जल्द जारी कर देना चाहिए।
