
पखांजूर से बिप्लब कुण्डू–

पखांजूर–
जिस सड़क के निर्माण के लिए ग्रामीण आज भी अदालत के चक्कर लगा रहे हैं, वह सड़क बनने के महज दो दिन बाद ही उखड़ने लगी है। बेलगाल से निडदे तक बन रही प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत छह किमी सड़क में डामरीकरण का काम दो दिन पूर्व ही हुआ पर सड़क में दरारे पड़ने लगी है, तो कहीं पूरी सड़क ही उखड़ रही है जिससे ग्रामीणों में भारी नाराजगी है। ग्रामीणों ने जिम्मेदार अधिकारी व ठेकेदार पर कार्रवाई की मांग की है। ग्राम बेलगाल से निड़दे में बन रही प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत छह किमी सड़क निर्माण के महल दो दिन बाद ही उखड़ने लगी है।

ग्राम निड़दे से बेलगाल की तरफ बन रही सड़क का सर्वाधिक लाभ ग्राम जवेली के ग्रामीणों को होना है। बरसों से यह गांव सड़क से कटा हुआ था जब शासन की ओर से इस गांव में सड़क स्वीकृत हुई तो ग्रामीण झूम उठे पर सड़क के दौरान गांव के आसपास भारी जंगल इस सड़क के लिए अवरोध बन रहे थे। ग्रामीणों को डर था की यह पेड़ उनके सड़क के लिए कहीं बाधा ना बन जाए और वर्षों से बिना सड़क के परेशानी झेल रहे ग्रामीणों के लिए समस्या और लंबी ना हो जाए। ऐसे में नियमों की परवाह किए बिना ही अभियान चला 140 से अधिक पेड़ काट दिए। ताकि सड़क निर्माण में बाधा ना पैदा करें।

जिसके चलते वन विभाग ने इन ग्रामीणों पर मामला दर्ज किया और आज भी जबेली गांव के 10 ग्रामीण अदालत के चक्कर लगा रहे हैं। ग्राम जवेली के आसपास सड़क में दरारें आ गई हैं तो कई जगह छोटे वाहन के जाने से ही सड़क उखड़ रही है। इस सड़क में दो दिन पूर्व ही डामरी करण हुआ है। जबेली गांव के पूर्व सरपंच रानूराम गावड़े ने बताया कि ठेकेदार ने डामरीकरण करने के पूर्व सड़क पर इमल्शन ही नहीं डाला जिस कारण सड़क छोटे वाहन के जाने से ही उखड़ रही है साथ ही डामरीकरण भी घटिया हुआ है गांव में ही जगह-जगह दरार पड़ गई है। सड़क निर्माण केलिए ठेकेदार और अधिकारी की मिलीभगत से घटिया निर्माण हो रहा है। उन्होंने बताया कि यह दरारे सड़क पर नहीं उनके कलेजे पर पड़ रही है।

ग्रामीणों की खुशी में लगा ग्रहण
गांव के पूर्व सरपंच रानुराम गावड़े, झिटका राम नुरेटी, माधव नेताम,कमल यादव समेत दर्जनो ग्रामीणों ने बताया कि इस सड़क के निर्माण के लिये कई जगह आवेदन दिए ताकि किसी भी तरह सड़क बन जाए और जब सड़क का निर्माण शुरू हुआ तो क्षेत्र के लोगों में काफी खुशी का माहौल था। कि अब पगडंडी और पथरीली रास्ते से आवागमन नहीं करना पड़ेगा और बरसात के दिनों में दलदली रास्ते से छुटकारा मिलेगा। लेकिन गुणवत्ताहीन सड़क निर्माण का कार्य किया जा रहा है और सड़क निर्माण होते ही दूसरे दिन उड़ने लगा है।
