अपोलो हॉस्पिटल में कैंसर की नई पद्धति से होगा इलाज प्रेस वार्ता में अपोलो के चिकित्सकों ने दी जानकारी

गंभीर बीमारों के इलाज लिए प्रसिद्ध बिलासपुर स्थित अपोलो हॉस्पिटल में कैंसर जैसी बीमारी के लिए नई पद्धत्ति की सुविधा शुरू कर दी गई है। जिसमे अन्य पद्धति की अपेक्षा कैंसर के इलाज के साइड इफेक्ट्स कम है। जबकि इलाज के खर्च अन्य पद्धतियों के समान रखे गए है। ताकि अंचल के मरीजो को इलाज फायदा हो सके। इसकी जानकारी देने शुक्रवार को अपोलो हॉस्पिटल में प्रेसवार्ता का आयोजन किया गया था। जिसमे अपोलो हॉस्पिटल के अपोलो कैंसर हाॅस्पिटल के रेडीयेषन आॅंकोलाॅजिस्ट डाॅ राहुल  मिश्रा ने बताया की हाइपोफ्रेक्षनेटेड रेडियोथेरेपी कैंसर के खिलाफ एक नवीन रणनीति है और काफी कारगर है। डाॅ राहुल मिश्रा देश के जाने माने रेडीयेशन आॅकोलाॅजिस्ट की श्रेणी में आते है

उन्होने ने बताया की न सिफर् इस तकनीक से रेडियेषन सिकाई की होने वाली संख्या में कमी आती है साथ ही इसके साईड इफेक्ट और उससे मरीज को होने वाली तकलीफ की समयावधि में प्रभावी रूप से कमी आती है। मालूम हो डाॅ राहुल मिश्रा इससे पहले एस सी जी अहमादाबाद में कायर्रत थे उन्होंने एफ आर सी आर की डिग्री यु के से प्राप्त की है जो की रेडियेषन आॅकोलाॅजी के क्षेत्र में दुलर्भ मानी जाती है। उस दौरान डॉक्टरों ने बताया कि अभी भी कैंसर बीमारी को लेकर लोगो मे भ्रम है। कि कैंसर के इलाज से काफी ज्यादा साइड इफेक्ट होता है। जिससे अधिकांश मरीज इनके हल्के लक्षण के बावजूद इलाज से परहेज करते हैं जिस वजह से कईयों को जान भी गंवानी पड़ती है अपोलो के विशेषज्ञ डॉक्टरों की माने तो शुरुआती लक्षण में अगर मरीज इलाज के लिए हॉस्पिटल पहुंच जाता है तो उनका बेहतर इलाज हो पाता है। 

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