
पखांजुर से बिप्लब कुण्डू-

पखांजुर–
बांदे टीआई उमेश पाटिल लंबे समय से विवादों में घिरे होने के कारण और उनकी लगातार शिकायत मिलने पर पुलिस अधीक्षक शलभ कुमार सिन्हा ने लाईन अटैच कर दिया है । शिकायतकर्ताओं की मानें तो उनके ऊपर ऐसी कार्यवाही एक साल पहले ही हो जाने चाहिए थी।गोण्डाहुर थाना प्रभारी सब इंस्पेक्टर हरिशंकर धुर्व अब बांदे थाना प्रभारी का जिम्मेदारी संभालेंगे।जानकारी के अनुसार बांदे थाना में कोई ऐसे मामला हुए जिन पर कार्यवाही होने के बजाए बचाने का खेल लगातार चलता रहा और एक गुट उस क्षेत्र में ऐसे सक्रिय हो गया
जिससे आमलोग भी परेशान होने लगे थे । शराब मामले में मुख्य आरोपी पर जिस ढंग से कार्यवाही होनी थी , उस ढंग से कार्यवाही नहीं होने पर तत्कालीन एसपी को शिकायत हुई थी । इसके उपरांत 4 दिसंबर 2020 को दर्ज हुए 420 आईपीसी के मामले में लगातार लीपापोती चलती रही है , यहाँ तक इस मामले को खात्मा करने की पूरी तैयारी कर ली गई थी । पुलिस अधीक्षक ने मामले की गंभीरता को देखते हुए कार्यवाही करने के लिए निर्देश दिया । इस मामले में लिप्त आरोपी को लगातार फरार बताते रहे , परंतु उसी आरोपी के साथ 6 मार्च 2022 को खींची गई फोटो लगातार वायरल होती रही और इससे लगातार पुलिस की छवि भी खराब होती रही । बांदे थाने की दूरी जिला मुख्यालय से अधिक होने के चलते कई मामले वहीं दफन हो जाते रहे है । धान खरीदी मामले में किसानों ने शिकायत किया , परंतु किसानों को ही स्वंय थानेदार उनके गाँव जाकर लेकर आएं और आरोपियों को बचाने के लिए किसान से शपथ पत्र लेकर उनके आवेदन को नस्तीबद्ध कर दिया । किसान को जब समझ में आया की हमारे साथ धोखा हुआ है , तो किसान फिर से उसी शिकायत को लेकर पुलिस अधीक्षक के पास पहुॅचे । पुलिस अधीक्षक के पास किसान के पहुँचने के बाद इस मामले की जाँच के लिए कलेक्टर ने एक संयुक्त टीम का गठन किया जाँच में गड़बड़ी सिद्ध हो जाने के बाद भी लगातार बचाव की प्रक्रिया अभी भी चल रही थी । पुलिस अधीक्षक शलम कुमार सिन्हा ने बताया कि बांदे थाना प्रभारी की लगातार शिकायत मिलने पर लाईन अटैच किया गया है और
गोंडाहुर थाना प्रभारी को बांदे थाना प्रभारी की जिम्मेदारी दी गई है । शिकायतों की जाँच करवाई जाएगी और प्रमाण मिलने पर बांदे थाना प्रभारी उमेश पाटिल पर अनुशात्मक कार्यवाही भी की जा सकती है ।
