पखांजूर से बिप्लब कुण्डू–

पखांजूर।
विकासखंड कोयलीबेड़ा के ग्राम पंचायत देवपुर में पहाड़ी के पत्थर डाल पुलिया निमार्ण का मामला समाचार पत्र में छपते ही विभाग हरकत में आता उसके पहले ही उपयंत्री हरकत में आ गऐ और सुबह ही पूरी पुलिया तोड़वादी। सरपंच पति और उपयंत्री के संरक्षण में इस पुलिया का निमार्ण हो रहा था और दो तीन दिन के भीतर ही स्लैव डालने की तैयारी थी पर इस भ्रष्टाचार की पोल खुल गई तो मामला उलटा पड़ गया और पुरी पुलिया ही तोड़वा दी गई अब नऐ सिरे में पुलिया का निमार्ण होगा।

ग्राम पंचायत देवपुर में 14 वित्त की राशि से 5.80 लाख की लागत से हो रहे पुलिया निमार्ण में हुए भ्रष्टाचार की पोल खुलते ही पूरी पुलिया ही तोड़वा दी गई। ग्राम पंचायत के ग्राम पी.व्ही. 3 से पंचागी मार्ग में इस पुलिस का निमार्ण पंचायत द्वारा कराया जा रहा था। गांव के बाहर जंगल में हो रहे पुलिया निमार्ण में सरपंच पति,सचिव और उपयंत्री के संरक्षण में जम कर भ्रष्टाचार हो रहा था। निमार्ण के दौरान गिटटी सिमेंट और मजूदरी बचाने के लिए पुलिया में जंगल से बड़े बड़े पत्थर डाल कर पुलिया का पूरी वाल खडी की गई और इसे कांक्रीट से कवर कर दिया गया। इस पुलिया निमार्ण में इतना भ्रष्टाचार हुआ की काम कर रहे मजदूरों ने ही इसके खिलाफ अवाज उठा दी पर सरपंच पति ने आवाज उठाने वाले मजदूरों को काम से बाहर कर दिया। वतर्मान में पुलिया में सेंटरिंग का काम पुरा कर एक दो दिन में स्लैव डालने की तैयारी थी पर स्लैव डालने के पहले ही इस भ्रष्टाचार की पोल खुल गई। पत्रिका ने इस भ्रष्टाचार को प्रमुखता से उठाया जिसके बाद विभाग हरकत में पर विभाग के हरकत में आने के पहले इस भ्रष्टाचार में लिप्त उपयंत्री किरण देवांगन अधिक  हरकत में आऐ और सुबह होते ही पोकलेन ले ग्राम पंचायत पहुंच गऐ और पूरी पुलिया तोड़वा दी। पुलिया तोड़ने के दौरान दोनों कांक्रीट वाल से बड़ी मात्रा में बड़े बड़े पत्थर निकले जिसे पहाड़ी से ला कर डाला गया था। नीचे से उपर तक पूरी पुलिया का निमार्ण इसी प्रकार के पत्थर से हुआ था।तोड़ी गई पुलिया से निकले बड़े बड़े पत्थर भ्रष्टाचार की पूरी कहानी वया कर रही है। इस मामले में ग्रामीणों ने सरपंच सचिव के साथ साथ उपयंत्री पर भी कायर्वाही की मांग की गई है।

इस पुलिया की निमार्य घटिया तरीके से सरपंच पति सचिव और उपयंत्री की साठगांव से हो रहा था अगर मामला नहीं उठता तो महज दो लाख का खर्च कर पूरे 5.80 लाख की राशि डकारने का प्लान था। पर मामला प्रकाश में आने के अब वही उपयंत्री पुरी पुलिया तोड़ रहे है। इस मद से गांव में मुरमीकरण का काम भी हुआ है इस मामले में भी सरपंच पति सचिव और उपयंत्री की साठगांव का मामला प्रकाश में आ रहा है एक ही सड़क की तीन अलग अलग नाम की फाईल बना राशि का आहरण किया गया है जिसकी जांच अभी लंवित है। उपयंत्री ने बताया की इस पुलिया के निमार्ण के दौरान ही सरपंच पति को पत्थर डालने से मना किया था पर मना करने के बाद भी सरपंच पति ने काम करवाया। वतर्मान में पुलिया पूरी तोड़ कर नऐ सिरे से पुलिया का निमार्ण होगा। 
वर्सन-आशीष डे मुख्यकार्यपालन अधिकारी कोयलीबेड़ा-देवपुर में पुलिया निर्माण में जांच हेतु सब इंजीनियर को भेजा गया था जांच में बड़े पैमाने पर जंगली बोल्डर मिला है,जिसके उपरांत सरपंच और सचिव पर अनुशासनात्मक कार्यवाही हेतु जिला पंचायत को भेजा गया है,तथा उपयंत्री किरण देवांगन को कारण वताओ नोटिस जारी किया गया है साथ ही पुलिया के संबंध में जांच टीम का गठन किया जा रहा है जांच के उपरांत वसूली और आगे की कार्यवाही कि जाऐगी।

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