पखांजूर से बिप्लब कुण्डू-
पखांजूर–
सावर्जनिक वितरण प्रणाली योजनांतर्गत जिले में 486 शासकीय उचित मूल्य की दुकाने संचालित है, जहां बी.पी.एल. श्रेणी के 01 लाख 52 हजार 214 राशनकार्ड धारियों को राज्य शासन द्वारा सामान्य चांवल के साथ पोषण युक्त फोर्टिफाइड चांवल का वितरण किया जा रहा है, जैसा कि पूर्व में राशनकार्ड धारियों में सामान्य चांवल के साथ फोर्टिफाइड चांवल में थोड़ी भिन्नता होने के कारण उन्हें चुनकर (छाटकर) अलग कर दिया जा रहा था, साथ ही प्लास्टिक चांवल होने संबंध में भ्रम की स्थिति निर्मित हो रही थी। इस संबंध में आज कृषि विज्ञान केन्द्र कांकेर में कार्यशाला आयोजित की गई, जिसमें में भारतीय खाद्य निगम परिक्षेत्र दुर्ग के सहायक महाप्रबंधक गुणवत्ता नियंत्रक महेश जायसवाल, प्रबंधक गुणवत्ता नियंत्रक स्वास्तिक सान्याल एवं कृषि विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ बीरबल साहू, जिला खाद्य अधिकारी टी.आर. ठाकुर, जिला प्रबंधक (नान) विनोद बुधिचा, जिला विपणन अधिकारी चन्द्र प्रताप सिंग द्वारा शासकीय उचित मूल्य दुकान संचालकों एवं आम उपभोक्ताओं को फोटीफाईड चावल आयरन, फोलिक एसिड् एवं बीटामिन बी-12 प्रचुर मात्रा में होने संबंधी जानकारी देते हुए बताया गया कि फोर्टिफाइड चांवल कुपोषण को दूर करने एवं गर्भवती माताओं के लिए बहुत ही फायदेमंद है। कार्यशाला के दौरान उपभोक्ताओं के फोर्टिफाइड चांवल को बनाने एवं उनके उपयोग से लाभ संबंधी टेलीफिल्म भी दिखाई गई। कार्याशाला में उपस्थित शासकीय उचित मूल्य दुकान संचालकों एवं उपस्थित उपभोक्ताओं को इस संबंध में अन्य व्यक्तियों एवं हितग्राहियों को भी फोर्टिफाइड चांवल के लाभ की जानकारी देने कहा गया। उल्लेखनीय है कि राज्य में फोटिफाईड चावल का कुल 11 जिलों में वितरण की जा रही है, जिसमें कांकेर जिला को उक्त प्रोजेक्ट में रखा गया है। जिला खाद्य अधिकारी ठाकुर ने राशनकार्डधारी उपभोक्ताओं से कहा है कि सामान्य चांवल के साथ फोर्टिफाइड (100 प्रतिशत में 01 प्रतिशत) मिलाई जा रही है, जो स्वास्थ्य की दृष्टि से बहुत ही लाभकारी है, इसमें भरपूर मात्रा में पोषक तत्व मिलाई गई है, जिसके पोषण से एनीमिया संबंधी रोगों से लड़ने के लिये लाभकारी है।