जब अमेरिकी सेना ने अपने ही विमानों पर दाग दिए मिसाइल और सैकड़ों लोग मारे गए

एस.भारत डेक्स – यूक्रेन प्लेन क्रैश (Ukrain Plane Crash) मामले में ईरान (Iran) ने अपनी गलती मान ली है. ईरान ने कहा है कि उसने धोखे से यूक्रेन के विमान को मार गिराया. यूक्रेन प्लेन क्रैश का एक वीडियो भी सामने आया है. उसमें साफ दिख रहा है कि किस तरह से एक मिसाइल विमान की तरफ आगे बढ़ता है और पलक झपकते ही आसमान में धमाका हो जाता है. यूक्रेन प्लेन क्रैश में 176 लोग मारे गए हैं. ईरान इस घटना को अपनी तकनीकी भूल बता रहा है.


पहले भी कई बार हुई हैं ऐसी गलतियां
इतिहास में इस तरह की गलती पहले भी हो चुकी है. ऐसे कई मौके आए हैं, जब किसी देश ने गलती से अपने ही विमान को हमले में मार गिराया. ऐसी गलतियां कई देशों में हुई हैं. अमेरिकी सेना से ऐसी गलती कई बार हुई है. ऐसे कई मामलों में सैकड़ों लोगों की जान गई है. लेकिन इसे मानवीय भूल मानकर भुला दिया गया. युद्ध के हालात में कई बार कुछ देशों ने दुश्मन का विमान समझकर अपने ही देश के प्लेन को आसमान में भस्म कर दिया.

द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान अमेरिका ने उड़ा दिया था अपना ही प्लेन 


अमेरिका से ऐसी गलती द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान हुई थी. 1943 में अमेरिका ने अपने ही प्लेन को मार गिराया था. सिसली में जुलाई 1943 में अमेरिका की बड़ी सैन्य टुकड़ी मौजूद थी. 11 जुलाई 1943 को यूएस एयरफोर्स ने अपने ही सेना के एक प्लेन को मार गिराया था. ये प्लेन अमेरिकी सैनिकों को रेस्क्यू करने आ रहा था. लेकिन अपनी ही एयरफोर्स के हमले में ये आसमान में क्रैश कर गया. इस हादसे में 300 अमेरिकी सैनिक मारे गए थे. ये अपनी ही गलती की वजह से इतिहास के भयावह प्लेन क्रैश में से एक है.

गलती से प्लेन क्रैश की की घटनाएं पहले भी हुई हैं

1994 में अमेरिका ने अपनी ही सेना के चॉपर को उड़ाया1994 में अमेरिकी सेना ने इसी तरह की बड़ी गलती की थी. उस वक्त खाड़ी युद्ध के बाद प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव का काम जोर-शोर से चल रहा था. प्रभावित लोगों की सहायता के लिए कई देशों ने ऑपरेशन चला रखा था. ये घटना 14 अप्रैल 1994 की है.

अमेरिकी एयरफोर्स के दो एफ-15 फाइटर जेट नो फ्लाई जोन एरिया की पेट्रोलिंग कर रहे थे. इस दौरान इन्होंने गलती से अपने ही देश के दो ब्लैक हॉक हेलीकॉप्टर को मार गिराया. इस हादसे में 26 लोग मारे गए थे. मारे गए लोगों में 15 अमेरिकी और 11 दूसरे देशों के नागरिक शामिल थे. यूएस एयरफोर्स की ये सबसे बड़ी गलतियों में से एक है.

इराक युद्ध में अमेरिकी सेना ने मार गिराया था ब्रिटेन का प्लेन
इस तरह की गलती अमेरिका ने इराक युद्ध के दौरान भी की थी. इस बार अमेरिकी सेना की चपेट में आया था ब्रिटिश विमान. 9/11 हमले के बाद अमेरिका ने इराक के खिलाफ युद्ध छेड़ रखा था. इस दौरान अमेरिकी सेना ने रॉयल ब्रिटिश एयरफोर्स के एक प्लेन को मिसाइल हमले में मार गिराया था. इसके बारे में जानकारी बहुत बाद में मिली. मार्च 2003 में ब्रिटेन की तरफ से जानकारी दी गई कि लगता है कि हमारा प्लेन अमेरिकी मिसाइल हमले में क्रैश हुआ है. ब्रिटेन ने इसे फ्रेंडली फायर इंसिडेंट मानकर भुला दिया.

अमेरिकी सेना ने कई बार गलती से अपने ही प्लेन को क्रैश कर दिया

जब अमेरिकी पायलट ने अपने ही प्लेन को उड़ा दिया
इतिहास में ऐसी भी घटना हुई है जब एक अमेरिकी पायलट ने अपने ही फाइटर प्लेन को उड़ा लिया. ये भी पायलट की गलती की वजह से हुआ था. ये घटना 21 सितंबर 1956 की है. एक अमेरिकी पायलट ग्रुमैन एयरक्राफ्ट की टेस्ट फ्लाइंग पर था. अपने उड़ान के दौरान उसे 20 एमएम के कैनन की टेस्ट फायरिंग करनी थी.

अमेरिकी पायलट ने पहली बार फायर किया. इसके बाद उसने अपने एयरक्राफ्ट की रफ्तार तेज और नीची कर दी. उसका प्लेन तेजी से नीचे की तरफ जाने लगा. इसी दौरान उसने दूसरा फायर किया. इस दौरान एयरक्राफ्ट तेजी से नीचे जा रहा था. बताया जाता है कि हालात ऐसे बने कि पायलट के फायर की पहली बुलेट खुद उसी के एयरक्राफ्ट को लग गई और प्लेन क्रैश कर गया. इतिहास में ये अपने तरह की पहली घटना है.

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