अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद विश्वविद्यालय गुरु घासीदास इकाई के कार्यकर्ताओं ने शनिवार को वामपंथ का पुतला दहन किया पिछले दिनों जेएनयू में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के दौरान आइशा के वामपंथी छात्रों ने जिस तरह से सर्वर रूम में घुसकर तोड़फोड़ की और नए छात्रों के एडमिशन को प्रभावित करते हुए जमकर मारपीट की उस मामले में दिल्ली पुलिस द्वारा 10 लोगों की पहचान हो चुकी है जिसमें जेएनयू छात्रसंघ की अध्यक्ष आइशी घोष भी शामिल है। विपक्ष द्वारा इस मामले में आर एस एस और एबीवीपी को दोषी ठहराया जा रहा था लेकिन अब पुलिस जांच में स्पष्ट होने लगा है कि इस उपद्रव की शुरुआत लेफ्ट स्टूडेंट के संगठन ने हीं की थी छात्र आंदोलन के दौरान हिंदू और देश विरोधी नारे लगाए गए मीडिया के एक वर्ग ने खबरों को पक्षपात पूर्ण ढंग से पेश किया लेकिन पुलिस जांच में अब स्थिति साफ होने लगी है इसी कारण बिलासपुर एबीवीपी द्वारा वामपंथ के विरोध में गुरु घासीदास विश्वविद्यालय मेन गेट पर पुतला दहन करते हुए विरोध दर्ज कराया गया।