आलोक

गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय में होने वाले छात्र परिषद चुनाव में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के ही दो गुट आपस में भिड़ बैठे हैं, जिसके कारण विश्वविद्यालय परिसर में हिंसा और भय का माहौल बढ़ता जा रहा है । इस मुद्दे पर सोमवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद  द्वारा विशाल रैली निकालकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया है। हैरान करने वाला यह मामला बिलासपुर के केंद्रीय विश्वविद्यालय का है। जहां इन दिनों छात्र परिषद चुनाव के लिए नामांकन की प्रक्रिया एक बार फिर से की जा रही है। लिंगदोह कमेटी की सिफारिशों को नजरअंदाज कर यहां छात्र परिषद के चुनाव में पहले ही देर हो चुकी है ।इसमें भी नामांकन में त्रुटि के बाद एक बार फिर से नामांकन प्रक्रिया के दौरान बाहरी छात्रों की शह पर विश्वविद्यालय में मारपीट की गई। बताया जा रहा है कि सरकंडा निवासी भाजपा नेता  सुशांत शुक्ला के साथ रोशन सोनी और अन्य अपराधी तत्वों ने कोनी स्थित एक छात्रावास में संघर्ष पैनल के छात्र नेताओं के साथ मारपीट करते हुए उनके नामांकन फार्म फाड़ दिए।

इसी दौरान एबीवीपी के संगठन मंत्री मोरध्वज पैकरा के साथ भी गुंडा तत्वों ने मारपीट की, जिस मामले में कोनी थाने में शिकायत दर्ज कराई गई थी, लेकिन इस मामले में किसी तरह की कार्यवाही ना होने पर ही अपराधी तत्वों के हौसले बुलंद हैं और उनके द्वारा लगातार छात्रों को डराने धमकाने का काम किया जा रहा है। भाजपा नेता सुशांत शुक्ला द्वारा संचालित ब्रदर हुड पैनल के सदस्य भी लगातार विश्वविद्यालय में अपनी दखलअंदाजी दर्ज कराते हुए माहौल बिगाड़ रहे हैं। आरोप है कि इन्हीं में से एक अभिषेक शर्मा उर्फ विक्की शर्मा द्वारा अपने साथियों की मदद से 24 जनवरी को नामांकन के दौरान संघर्ष पैनल के प्रत्याशियों के नामांकन फॉर्म फाड् दिए गए जिसके बाद दोनों गुटों में आपसी संघर्ष हुआ। इस मामले में ना तो पुलिस ने सुरक्षा मुहैया कराई और ना ही विश्वविद्यालय प्रबंधन ने हीं खास दिलचस्पी दिखाई। बताया जा रहा है कि इसके बाद संघर्ष पैनल के कुछ छात्र नेताओं के साथ सरकंडा सीपत चौक पेट्रोल पंप के पास सुशांत शुक्ला ने अपने 35- 40 साथियों के साथ बेसबॉल हॉकी स्टिक , रॉड आदि से लैस होकर केंद्रीय विश्वविद्यालय में अध्ययनरत एबीवीपी के छात्रों और एबीवीपी के संगठन मंत्री सन्नी केसरी के वाहन पर हमला बोल दिया ।इसकी रिपोर्ट भी सरकंडा थाने में दर्ज कराई गई है। बताया जा रहा है कि इसी घटनाक्रम में विश्वविद्यालय के वानिकी विभाग के छात्र आशुतोष आनंद के ऊपर अभिषेक शर्मा, महेंद्र शर्मा और उनके दर्जनभर साथियों ने रॉड और डंडे से कोनी में अचानक हमला कर दिया, जिससे यह छात्र बुरी तरह घायल हो गए हैं । इसकी शिकायत कोनी थाने में दर्ज कराई गई है। इन सभी मामलों में अब तक किसी तरह की कोई कार्यवाही ना होने से नाराज अखिल भारतीय  विद्यार्थी परिषद द्वारा सोमवार को बाजपेई मैदान से एक विशाल रैली निकाली गई जिसमें विश्वविद्यालय प्रबंधन और गुंडा तत्वों के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कलेक्टर पहुंचकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया। पुलिस प्रशासन द्वारा अपना काम निष्पक्षता और ईमानदारी से करने और अपराधियों की तुरंत गिरफ्तारी की मांग करते हुए विश्वविद्यालय में निष्पक्ष चुनाव की कराने की मांग अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रदेश मंत्री शुभम जायसवाल ने की है। कुल मिलाकर केंद्रीय विश्वविद्यालय छात्र परिषद चुनाव की वजह से जंग का अखाड़ा बन चुका है। हैरानी इस बात की है कि भारतीय जनता पार्टी के ही दो गुटों का संघर्ष इन घटनाओं से सतह पर आ चुका है। फिलहाल विश्वविद्यालय प्रबंधन मारपीट की घटनाओं को बाहरी छात्रों से जोड़ कर अपना पल्ला पहले ही झाड़ चुका है।

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