
पुलिस ने मुखबिर की सूचना के आधार पर उसे रामा मैग्नेटो मॉल के पास व्यापार विहार रोड साईं मंदिर के पास पकड़ा। जब पुलिस ने उसकी तलाशी ली तो उसके जेब में तीन महंगे मोबाइल मिले लेकिन पूछताछ में आशीष इनमें से किसी का भी बिल नहीं दिखा पाया । कड़ाई से पूछताछ करने पर उसने बताया कि व्यापार विहार शराब भट्टी के आसपास वह मंडराता रहता था और जैसे ही कोई शराब के नशे में धुत्त मिलता तो वह चुपके से उसकी जेब से मोबाइल निकाल लेता था। चोरी के मोबाइल को वह बेचने के लिए ग्राहक तलाश रहा था कि इसी बीच पुलिस के हत्थे चढ़ गया। कहते हैं चोर चोरी से जाए, हेरा फेरी से ना जाए । मोबाइल चोरी के आरोप में जेल में सजा काट रहा आरोपी जमात मिलते ही फिर से मोबाइल की चोरी करने लगा था और एक बार फिर मोबाइल चोरी के मामले में ही उसे जेल भेज दिया गया है। मजे की बात यह रही कि चोरी के किसी और मामले में आरोपी की तलाश करते करते संजोग से ही आशीष डोंगरे पुलिस के हाथ लग गया।
