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बिल्डर के साथ सांठगांठ कर बैंक मैनेजर और उसके साथियों ने मनाही के बाद भी भुगतान कर दिया। इतना ही नहीं इस संबंध में पूछताछ करने पर ग्राहक के साथ दुर्व्यवहार भी किया गया। हेमू नगर निवासी विघ्नेश्वर नायक रेलवे में गार्ड है । उन्होंने तार बाहर स्थित विनायकका हाइट्स अपार्टमेंट के बिल्डर राजेश सेठ से मिलकर एक फ्लैट बुक कराया था। सा 25 लाख के इस फ्लैट के लिए 12 महीनों में उन्हें पजेशन देना था । इस फ्लेट के लिए विघ्नेश्वर ने सेंट बैंक होम फाइनेंस लिमिटेड से 20 लाख रुपए का फाइनेंस कराया था और बैंक अधिकारियों के कहे अनुसार हस्ताक्षर कर दस्तावेज सौंप दिए थे । शर्तों के अनुसार उनके अकाउंट से हर महीने बिल्डर को ₹19,600 जमा करने थे लेकिन तय समय सीमा 25 महीने बीत जाने के बाद भी विघ्नेश्वर को बिल्डर ने मकान का स्वामित्व नहीं दिया । शर्तो का उल्लंघन होने के बाद अगस्त महीने से विघ्नेश्वर ने किस्त जमा करना रोक दिया । इसके लिए उन्होंने मार्च महीने में ही शाखा प्रबंधक को आवेदन कर फाइनेंस रकम की बची राशि बिना सूचना के बिल्डर को ना देने का निवेदन किया था , लेकिन बैंक अधिकारियों द्वारा उनकी बात को नजरअंदाज करते हुए बिल्डर को पूरी राशि दे दी गई। इसी दौरान विघ्नेश्वर को पता चला कि बिल्डर राजेश सेठ ने उस फ्लैट को भी बैंक में गिरवी रखकर लोन ले लिया है जिसका अनुबंध उनके साथ हुआ था । इतना ही नहीं पूरे अपार्टमेंट को भी बैंक में गिरवी रखा गया है। इस संबंध में जब बिघ्नेश्वर नायक बैंक अधिकारियों से शिकायत करने पहुंचे तो उनके साथ बेहद आपत्तिजनक व्यवहार किया गया। अभद्रता करते हुए उन्हें जातिगत अपशब्द कहने की बात विघ्नेश्वर ने अपनी शिकायत में दर्ज कराई है। अजाक थाने में मामला दर्ज कराते हुए विघ्नेश्वर नायक ने कहा है कि सेंट बैंक की अधिकारी अपर्णा विश्वास और नितिन निगम ने उनका अपमान करते हुए जातिगत गालियां दी है। दावा किया जा रहा है कि अपमानित कर बिघ्नेस्वर और उनके साथी संतोष राय को बैंक से भगा दिया गया । इस शिकायत को लेकर अजाक थाना मामले में विवेचना कर रही है। ये पहला मामला नहीं है जब बैंक अधिकारियों ने बिल्डर के साथ मिलकर ग्राहक को इस तरह से चुना लगाया है। इस मेहरबानी के पीछे के क्या राज है, पुलिस को यह पता करना होगा।