बिलासपुर । हर कोई स्तब्ध, जिनके भी चेहरे पर नजर पड़ती, लाल हो चुकी और आंसुओं से भरी आंखें दिखतीं, जिनसे भी बात करने की कोशिश होती, उनका गला रौंधा हुआ-सा महसूस होता। कोई जेब से रुमाल निकाल आंसू पोंछता, तो कोई साड़ी के पल्लू से चेहरा ठीक करता। यह भावुक कर देने वाली नजारा था बिलासपुर के रामा मैग्नेटो मॉल सिनेमाघर का था, जहां ‘द कश्मीर फाइल्स’ देखने भाजपा मस्तूरी विधायक व नेता प्रतिपक्ष डॉ. कृष्णमूर्ति बाँधी व मस्तूरी विधानसभा के हर मंडल से पहुंचे अन्य कार्यकर्ता पहुंचे थे।
डॉक्टर बांधी ने मस्तूरी क्षेत्र के भाजपा नेताओं के साथ देखी फिल्म द कश्मीर फाइल्स
दरअसल, कश्मीर में पंडितों पर हुए अत्याचार के दर्द को बयां करती फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ देखने वालों की सूची में शुक्रवार को कुछ और नाम जुड़ गए। जिसमें मस्तूरी विधायक डॉक्टर कृष्णमूर्ति बांधी भी शामिल है । इन्होंने बिलासपुर स्थित रामा मैग्नेटो मॉल सिनेमाघर में दोपहर 3.30 बजे फ़िल्म देखी। उनके साथ भाजपा के प्रमुख पदाधिकारी भी फिल्म देखने पहुंचे।
युवाओं में जबर्दस्त उत्साह
शुक्रवार को मस्तूरी विधानसभा से कश्मीर फाइल्स देखने पहुचे युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने थियेटर के अंदर ही भारत माता की जय और नरेंद्र मोदी जिंदाबाद के नारे लगाए
फिल्म गहराई से देखे और मनन करें
विधायक डॉक्टर कृष्णमूर्ति बांधी ने फिल्म देखने के बाद कहा, “1990 में कश्मीर घाटी में जो मानवीय त्रासदी हुई थी, फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ उसका सजीव और मार्मिक चित्रण है।
फिल्म के बारे में विधायक ने कहा कि पिक्चर के माध्यम से सच्चाई दिखाई गई है जो सभी को देखना चाहिए, जो इंसान इसे नहीं देख रहा है उसने अपनी आंखों में पट्टी बांध रखी। सभी का फर्ज है यह पिक्चर देखें। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में धारा 370 समाप्त हुई है। अन्य बदलाव भी कश्मीर में आ रहे हैं। अब लोगों के मन में आशा और विश्वास जगा
फिल्म देखने वालों में मस्तूरी विधानसभा के पांचों मंडलो के अध्यक्ष , महामंत्री , युवा मोर्चा, महिला मोर्चा, अनुसूचित जाति मोर्चा के पदाधिकारी सामाजिक कार्यकर्ता और विधायक प्रतिनिधि , जिला पंचायत सदस्य, जनपद पंचायत सदस्य, सरपंच आदि साथ में मौजूद रहें ।
डॉक्टर साहब पहले आप ST/SC समाज के ऊपर बनी फिल्म शूद्र द राइजिंग तो देख लेते फिर कश्मीर फाइल्स देखते तब समझ में आता की वास्तविकता में क्या है मानव त्रासदी किसे कहते हैं एक वह जिनको हजारों साल से गुलाम बनाकर रखा गया है हजारों साल से कुछ जो गुलाम हैं और सबलों के अत्याचार से दबे हुए हैं से जुड़े हुए हैं उनकी तरफ भी आप थोड़ा-बहुत सहानुभूति ही दिखा देते😷😷😷