पखांजुर से बिप्लब कुण्डू
पखांजुर::-
पखांजूर तहसील अंतर्गत ग्राम पंचायत हरणगढ़ की सरकारी राशन दुकान से दिए जाने वाले चावल को लेकर ग्रामीणों के बीच हडकंप मच गया। प्लास्टिक चावल देने की बात कहते हुए जहां कुछ ग्रामीणों ने तो चावल लेने से इन्कार कर दिया। ग्राम पंचायत हरनगढ़ के आश्रित ग्राम मरकामपारा,बीच पारा में तो लोग इस कदर दहशत में हैं कि ग्रामीण चावल को हाथ भी नहीं लगाना चाह रहे हैं।
दुकान संचालक ने बताया कि दरअसल,ग्रामीण जिस चावल को प्लास्टिक चावल बता रहे हैं वह फोर्टिफाइड चावल है। इसका उपयोग कुपोषण को दूर करने किया जाना है। ग्रामीण ग्राम पटेल रामलाल उसेंडी, सुकलाल दुग्गा,धनीराम दुग्गा,सहदेव उसेंडी,अरबिन्द उसेंडी,जयंत मंडावी,मजीद उसेंडी ने बताया कि उन्होंने उचित मूल्य की दुकान से चावल लिया था। उस चावल को घर पर साफ करने के बाद पकाया तो चावल में अजीब तरह की बदबू आ रही एवं चावल के दाने काल हो रहे।
इसके अलावा इस चावल में किसी प्रकार स्वाद नहीं है। ग्रामीण कुंवर नेताम, हरिराम दुग्गा, हजारु उसेंडी, सुकराम दुग्गा, रधुराम उसेंडी, श्रवण दुग्गा, रामुराम उसेंडी, मोतीराम धुर्वा, सुखली उसेंडी, रमाई बाई दुग्गा, जानकी उसेंडी ने कहा कि इस महीने जो चावल मिला है वह बहुत ही खराब किस्म का लग रहा है।
चावल के अंदर प्लास्टिक चावल के दाने मिलने से हम सब ग्रामीण परेशान हैं। जब हम चावल को मिल में मिगि के लिए ले जाने से पूरे चावल आटा बन जाता है उसमें मिले प्लास्टिक चावल के दाने अलग हो जाते हैं। मिलि में पीसते नहीं है। इसी वजह से हम सब ग्रामीण चावल खाने से डर रहे हैं। कुछ लोग जो अपने उपयोग में ले भी रहे है तो प्लास्टिक चावल को अलग निकाल कर उपयोग ले रहे हैं।
कुपोषण की कमी होती है दूरः शैलेंद्र
इस संबंध पर खाद्य अधिकारी शैलेन्द्र धुर्व ने कहा कि उचित मूल्य की दुकानों में जो चावल अलग दिख रहा है वो फोर्टिफाइड चावल है। इसका उपयोग कुपोषण व आयरन की कमी को दूर करने में किया जाता है।मैंने ग्रुप के माध्यम से सभी सेल्समैन को राज्य सरकार के द्वारा जारी जनहित वीडियो भेज कर लोगो को जागरूक करने को बोला गया है कि फोर्टिफाइड चावल है ग्रामीणों को डरने की आवश्यकता नही है। दुकानदार ने कहा कि इसकी जानकारी अधिकारियों को दे दी गई है।