
आकाश दत्त मिश्रा

बिलासपुर।
सोमवार सुबह बिलासपुर जिले के निरतु स्थित कोल बेनिफिकेशन स्टील एंड पावर प्लांट में कोयला परिवहन के दौरान एक दर्दनाक हादसा हो गया। भारी-भरकम ट्रेलर को रिवर्स करते समय उसकी चपेट में आने से श्रमिक खगेश पटेल की मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद प्लांट परिसर में अफरा-तफरी मच गई और देखते ही देखते ग्रामीणों व श्रमिकों ने आक्रोश व्यक्त करते हुए मुआवजे की मांग को लेकर हंगामा शुरू कर दिया।

रिवर्स लेते समय हुआ हादसा
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सोमवार सुबह प्लांट परिसर में कोयला खाली करने के बाद एक ट्रेलर रिवर्स हो रहा था। इस दौरान चालक ने पीछे खड़े कंपनी कर्मचारी खगेश पटेल (पिता – गोवर्धन पटेल, निवासी – निरतु) को नहीं देखा। कुछ ही क्षणों में ट्रेलर के पिछले पहिए के नीचे आने से खगेश बुरी तरह कुचल गया। गंभीर चोट लगने के कारण उसने मौके पर ही दम तोड़ दिया। हादसे का दृश्य इतना भयावह था कि मौजूद श्रमिकों में चीख-पुकार मच गई।

नाबालिग होने का आरोप, ग्रामीणों का आक्रोश

घटना की जानकारी मिलते ही बड़ी संख्या में ग्रामीण और परिजन मौके पर पहुंच गए। उन्होंने मृतक को नाबालिग बताते हुए कंपनी प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया। आक्रोशित लोगों ने कहा कि प्लांट में सुरक्षा मानकों की पूरी तरह अनदेखी की जा रही है और नाबालिगों से जबरन मजदूरी कराई जा रही है।
ग्रामीणों और श्रमिकों ने मृतक परिवार को उचित मुआवजा, दोषी चालक पर एफआईआर दर्ज करने तथा कंपनी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग को लेकर प्लांट गेट के सामने प्रदर्शन शुरू कर दिया। मौके पर स्थिति तनावपूर्ण बनी रही।

सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल
स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि प्लांट में श्रमिकों की सुरक्षा के लिए कोई ठोस व्यवस्था नहीं है। न तो पीछे देखने के लिए ट्रेलर में गाइड तैनात थे, न ही किसी प्रकार की सुरक्षा चेतावनी या सायरन का उपयोग किया गया। ग्रामीणों का कहना है कि कंपनी प्रबंधन की लापरवाही से आए दिन ऐसे हादसे होते रहते हैं, लेकिन कार्रवाई कभी नहीं होती।

मालिक बाहर, प्रशासन को दी सूचना
सूत्रों के अनुसार, प्लांट के मालिक प्रवीण झा वर्तमान में छत्तीसगढ़ से बाहर हैं। घटना की सूचना पुलिस और स्थानीय प्रशासन को दे दी गई है। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा और जांच शुरू कर दी है।
पुलिस का कहना है कि प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट है कि वाहन रिवर्स करते समय चालक ने सावधानी नहीं बरती। चालक को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
ग्रामीणों की मांग
मृतक के परिजनों को कम से कम ₹25 लाख मुआवजा दिया जाए।
कंपनी प्रबंधन पर बाल श्रम और लापरवाही से मृत्यु का प्रकरण दर्ज किया जाए।
प्लांट में सुरक्षा मानकों का पालन सुनिश्चित किया जाए।
स्थिति नियंत्रण में
लगातार बढ़ते विरोध के बाद प्रशासनिक अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर प्रदर्शनकारियों को समझाइश दी। अधिकारियों ने उचित कार्रवाई और मुआवजे का आश्वासन दिया, जिसके बाद देर शाम तक स्थिति सामान्य हो सकी।
